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बठिंडा ब्लास्ट से जुड़े राम रहीम के तार, 3 डेरा समर्थक बनाए गए आरोपी

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बाबा के भेष में हर तरह के अपराध करने वाले गुरमीत राम रहीम पर अब बठिंडा ब्लास्ट से भी जुड़े होने का खुलासा हुआ है। 31 जनवरी, 2017 को बठिंडा में एक कार बम के जरिए किए गए विस्फोट की साजिश रचने के आरोप में राम रहीम के तीन समर्थकों को आरोपी बनाया गया है। आरोपी बनाए गए राम रहीम की फिल्मों में ब्लास्ट सीन डायरेक्ट करने वाला अवतार सिंह उर्फ तारी भी शामिल है।

मामले की जांच कर रही पंजाब पुलिस की SIT टीम के मुताबिक, बठिंडा ब्लास्ट मामले में राम रहीम के तीन चेलों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से एक आरोपी राम रहीम की सुरक्षा का जिम्मा संभालता था, दूसरा राम रहीम की कारों का मैकेनिक था और तीसरा राम रहीम की फिल्मों में ब्लास्ट सीन डायरेक्ट करता था।

पुलिस ने यह भी बताया कि ब्लास्ट में इस्तेमाल कार को जिस वर्कशॉप में तैयार किया गया था, उसी वर्कशॉप में राम रहीम की मोडीफाइड कारें बनती थीं और उस वर्कशॉप में राम रहीम और उसकी कथित बेटी हनीप्रीत ही प्रवेश कर सकते थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों में राम रहीम की कारों की मोडिफिकेशन करने वाला गुरतेज काला, राम रहीम का निजी सुरक्षाकर्मी अमरीक सिंह और उसकी फिल्मों में ब्लास्ट के सीन करने वाला अवतार सिंह उर्फ तारी शामिल है।

पुलिस को इस मामले में जिस गुरतेज काला नाम के आरोपी की सरगर्मी से तलाश है, वह भी गुरमीत राम रहीम का करीबी बताया जा रहा है। गुरतेज काला राम रहीम की गाड़ियों का रंग रूप बदलने वाली वर्कशॉप का सुपरवाइजर रहा है। ब्लास्ट में जिस बैटरी का इस्तेमाल किया गया था। उसे गुरतेज काला ही सिरसा की एक दुकान से खरीद कर लाया था। डबवाली के अलीके गांव का रहने वाला गुरतेज काला जिस वर्कशाप में बाबा की गाड़ियों को नया रूप देता था, उसमें केवल हनीप्रीत इंसान और गुरमीत राम रहीम को ही प्रवेश करने की इजाजत थी।

पुलिस मोड मंडी ब्लास्ट मामले में कुरुक्षेत्र के मज्जूमाजरा के रहने वाले अवतार सिंह उर्फ तारी की तलाश भी कर ही है, जो गुरमीत राम रहीम की फिल्मों में ब्लास्ट सीन करवाने का जिम्मा संभालता था। मामले की जांच कर रही पुलिस की एसआईटी को शक है कि मोड मंडी ब्लास्ट में अवतार सिंह का हाथ हो सकता है, क्योंकि वह न केवल ब्लास्ट करने में माहिर था बल्कि उसकी पहुंच ब्लास्ट में इस्तेमाल केमिकल तक भी थी। गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर माह के दौरान डेरा सच्चा सौदा में ली गई तलाशी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ भी मिले थे।

पुलिस को शक है कि गुरमीत राम रहीम की फिल्मों में ब्लास्ट करने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल होता था वही केमिकल मोड मंडी ब्लास्ट में भी इस्तेमाल किया गया था। बठिंडा ब्लास्ट में आरोपी बनाया गया अवतार सिंह पंजाब के मानसा जिला के भीखी का रहने वाला है। पुलिस को शक है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए प्रेशर कुकर को खरीदने के पीछे अमरीक सिंह का हाथ हो सकता है, क्योंकि प्रेशर कुकर सुनाम स्थित एक फैक्ट्री में बनाया गया था जो उसके घर से महज 31 किलोमीटर की दूरी पर है।

बठिंडा के मोड मंडी ब्लास्ट को एक साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन मामले की जांच कर रही पंजाब पुलिस ब्लास्ट के आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इस ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 4 बच्चे भी शामिल थे। ब्लास्ट में 9 लोग घायल हुए थे। ब्लास्ट के पीछे जिस तरह गुरमीत राम रहीम के तीन चेलों की भूमिका सामने आई है, उससे सवाल खड़ा होता है कि क्या इसके पीछे कहीं गुरमीत राम रहीम और उसकी खास राजदार हनीप्रीत इंसान तो नहीं? सवाल यह भी है कि क्या गुरमीत राम रहीम ब्लास्ट करके अपने समधी और कांग्रेस के उम्मीदवार हरमिंदर सिंह जस्सी को निशाना बनाना चाहता था?

तीसरा सबसे अहम सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि क्या गुरमीत राम रहीम के चेले खालिस्तान समर्थक उग्रवादी संगठन का हिस्सा थे? आखिर सिरसा के कबाड़ी सुनील से ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई लाल रंग की मारुति कार किसने खरीदी थी? इस कार को तैयार करने के बाद उसे 90 किलोमीटर दूर मोड मंडी तक कौन चला कर ले गया था?

पुलिस ने मोड मंडी स्थित मोबाइल टॉवर की लोकेशन से जिन 16 मोबाइल कॉल्स को ट्रेस किया था, वह सिरसा में किसके नंबर पर की गई थीं? इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है. पुलिस को उम्मीद है कि गुरतेज काला की गिरफ्तारी के बाद मामले से जुड़े कई राज बाहर आ जाएंगे।फिलहाल गुरतेज काला पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने उसके गांव अलीके के अलावा राजस्थान के गंगानगर में स्थित गुरमीत राम रहीम के पैतृक गांव गुरुसर मोडिया में भी छापेमारी की, लेकिन गुरतेज काला पुलिस के हाथ नही लग सका है।

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