लुधियाना-अमृतसर : गर्मख्यालियों से जुड़े सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा प्रथम पातशाह श्री गुरू नानक देव जी से संबंधित धार्मिक फिल्म ‘नानकशाह फकीर ’ पर रोक लगाने के 24 घंटों के अंतराल में ही सिखों की सर्वोच्च सुप्रीम कोर्ट का रूतबा रखने वाले श्री दरबार साहिब स्थित श्री अकाल तख्त साहिब ने भी दखलंदाजी करते हुए विवादित फिल्म पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी है।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिबान ज्ञानी गुरबचन सिंह ने फिल्म पर पूर्ण रोक लगाते हुए कहा कि यह फिल्म किसी भी हालात में रिलीज नहीं हो सकती। उन्होंने समूह सिख संगत को फिल्म का शांतमयी तरीके के साथ विरोध करने की अपील जारी की है। जबकि दूसरी तरफ आज सोमवार को पंजाबभर में अलग-अलग सिख संगठनों के जिम्मेदार आगुओं ने अपने-अपने इलाकों में फिल्म की विरोधता में रोष मार्च निकाले और इलाके के प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।
गुरू घर की लाडली फौजों के नाम से विख्यात निहंग-सिंहों की जत्थेबंदियों ने भी फिल्म को रोकने के लिए अपने-अपने स्तर पर रणनीति बनानी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो गर्मख्याली संगठनों के लोग निहंग सिंहों के साथ मिलकर पंजाब में फिल्म को रोकने की खातिर किसी भी हद तक तैयार बैठे है। उनका यह भी मानना है कि वे फिल्म को किसी भी कीमत पर रिलीज नहीं होने देंगे।
निहंग सिंहों ने भी स्पष्ट किया है कि अगर सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म रिलीज हुई तो हालात बिगडऩे की जिम्मेदारी पंजाब और केंद्र सरकार की होंगी। इसकी रिलीज होने का नुकसान फिल्म निर्माता हरिंद्र सिंह सिक्का को ही भुगतना पड़ेगा। निहंग सिंह जत्थेबंदी शहीद तरूणादल के प्रमुख जत्थेदार स्वर्णजीत सिंह पठलावा ने इस फिल्म के पूरे रूप को ही नष्ट किए जाने की मांग की है। जबकि निहंग जत्थेदार बाबा हरि सिंह मिसल और हरि सिंह नलुआ समेत जत्थेदार सरवन सिंह मुखी बुडढा दल माछीवाड़ा ने भी सिंहों की बैठक में तीखा रोष प्रकट करते हुए फिल्म पर रोक लगाने की अपील की है।
श्री अकाल तख्त साहिब पर सिंह साहिबान ज्ञानी गुरबचन सिंह ने विवादित फिल्म नानक शाह फकीर पर पूर्ण रूप से रोक लगाते हुए गुरूनानक नाम लेने वाली सिख संगत को अपील भी की है कि वे नानकशाह फकीर फिल्म का खुलकर शांतमयी विरोध करें। शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा इस फिल्म से संबंधित सभी पत्र-व्यवहारों को मूल रूप से रदद कर दिया गया है। प्रधान शिरोमणि कमेटी ने उक्त फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री पंजाब सरकार को भी पत्र लिखे थे।
सिंह साहिब जी ने यह भी कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा जल्द ही एक सिख सेंसर बोर्ड स्थापित किया जाएंगा, जिसमें शिरेामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, सिख इतिहासकार, सिख बुद्धिजीव, धार्मिक शख्सियतें और सिख संस्थाओं, सिख, सिख संप्रदाए और संत समाज के प्रतिनिधि लिए जाएंगे जो सिख धर्म से संबंधित फिल्म बनाने से पहले सिख सेंसर बोर्ड से फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार करने की अनुमति लेनी आवश्यक होंगी। धार्मिक फिल्म बनने के पश्चात सिख सेंसर बोर्ड की सिफारिश उपरांत ही श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा इस फिल्म की मंजूरी दी जाएंगी।
– सुनीलराय कामरेड
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