लुधियाना : पंजाब के मुख्य चुनाव आयुक्त जगपाल सिंह संधू ने लुधियाना नगर निगम के 24 फरवरी को होने जा रहे चुनाव के मद्देनजर आज सर्किट हाउस में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय सरकारी पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से मीटिंग की। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य चुनाव आयुक्त जगपाल सिंह संधू ने दावा किया कि लुधियाना में हर हालात में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाए जाएंगे जिसके लिए आज वह खुद व डीजीपी द्वारा यहां पर पहुंचकर सियासी दलों व अफसरों से मीटिंग की है।
पटियाला, अमृतसर व जालंधर में हुए निगम चुनाव में विपक्षी दलों विशेष शिरोमणि अकाली दल द्वारा चुनाव की निष्पक्षता पर उठाए सवालों व सत्तारूढ कांग्रेस के साथ उनकी कथित मिलीभगत के आरोपों बारे चुनाव आयुक्त संधू ने कहा कि मैं किसी प्रकार की आरोपबाजी का जवाब नहीं देना चाहता। हां, मेरा एक्शन ही ऐसा होगा जोकि सबकुछ स्पष्ट कर देगा। इसलिए लिए ही इतने प्रयास किए जा रहे है। इसलिए लेट, माई एक्शन स्पीक, नॉट स्पिङ्क्षकग ऑन मी। पटियाला में चुनाव के दौरान हुई हिंसा का सुओ मोटो नोटिस लेकर रिपोल न करवाने बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि जैसे ही इस बारे में रिपार्ट आब्जर्वर व डीसी द्वारा दी गई। उसके बाद पुर्न मतदान करवाया गया। यही नहीं जहां पर भी शिकायतें आई, चाहे मतदान हुआ या फिर जहां मतदान नहीं भी हुआ, वहां पर विपक्ष के उममीदवार के ही मत अधिक निकले। इलेक्शन बीतने के 45 दिन बाद भी केवल 3 इलेक्शन पटीशन दाखिल हुई है।
लुधियाना में चुनावी तैयारियों बारे जानकारी देते हुए आयुक्त संधू ने कहा कि लुधियाना में 24 फरवरी को मतदान के बाद 27 फरवरी को वोटिंग होनी है। 95 वार्डों में चुनाव करवाने के लिए 1155 पोल स्टेशन होंगे। कुल 10 लाख 85 हजार मतदाता वोट करेंगे जिसके लिए सात हजार पोलिंग स्टाफ निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के लिए तैनात रहेगा। इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन व पुलिस को हिदायतें दे दी गई है तथा पोल कॢमयों भी निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि 13 फरवरी को महानगर में 5-6 सीनियर आईएएस अफसरों की टीम बतौर आब्जर्वर भी पहुंच जाएंगी। जोकि विड्राल तक रहेगी। अगर किसी को शिकायत होगी तो वह सबूत के साथ उन तक पहुंच कर सकेंगे। जिनके नंबर भी चुनाव आयोग के नंबरों के साथ सार्वजनिक कर दिये जाएंगे।
जब उनसे पूछा कि आखिर मतदान वाले दिन ही काउंटिंग क्यों नहीं तो उन्होंने कहा कि जांलधर, अमृतसर व पटियाला में ऐसा देखा गया कि एक ही दिन चुनाव प्रक्रिया से पोलिंग स्टाफ को बेहद समस्याएं आती है। बाकी केंद्रीय चुनाव आयोग का भी यह एक स्टैंडर्ड प्रोसिजर है कि मतदान के बाद ही काउंटिंग हो ताकि अगर कहीं कोई रिपोल की जरूरत होती है तो 26 फरवरी को रिपोल करवा करके 27 फरवरी को सभी की काउंटिंग हो सके। संवेदनशील एवं अति संवेदनशील बूथों बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में पुलिस कमिश्नर थाना प्रभारियों से हालात मुताबिक व राजनीतिक पार्टियों से भी उनकी लिस्ट ली जाएगी तथा उसके अनुसार इसकी सूची बनाई जाएगी। ऐसे बूथों की पूरी तरह से वीडियो ग्राफी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों की अपने खर्च पर वीडियो ग्राफी करवाने की मांग विचाराधीन है, अगर कोई नियम आडे नहीं आया तो आयोग को कोई संकोच नहीं होगा। उन्होंने वार्ड बंद पर लिप के बैंस ब्रदर्स के एतराजों के बारे में कहा कि वार्डबंदी का काम सरकार का होता है इसमें आयोग का कोई दखल नहीं होता,ख् फिर भी उनसे संबंधित एरिया की सूची ली गई है तथा इसे क्रास चैक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट भी तैयार हो चुकी है। उममीदवार के ख्खर्च की सीमा बारे पूछने पर उन्होंने कहा कि इसे रिवाईज किया गया है तथा जल्द ही इसे बता दिया जाएगा।
आमर्ज लाइसेंस बारे पूछने पर सीपी आरएन ढोके ने कहा कि किसी को भी आमर्ज लेकर घूमने की इजाजत नहीं होगी। महानगर में लगे अवैध सियासी होर्डिंग बारे सवाल आने पर निगम कमिश्नर जसकरण सिंह ने कहा कि इन्हें हटाया जा रहा है तथा 9 टीमें बना दी गई है। 8 फरवरी के बाद अगर उममीदवार का होर्डिंग पाया गया तो उसे उसके चुनावी खर्च में डाला जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड
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