लुधियाना : ब्रिटिश की संसद के बाहर लुधियाना के सिख युवक पर एक श्वेत शख्स द्वारा नस्ली हमला किए जाने पर सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए निंदा की है। शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने इसे दुर्भागयपूर्ण घटना करार दिया। उन्होंने कहा कि 37 वर्षीय रवनीत सिंह के सिर पर सजी दस्तार को हाथ डालने वाले गोरे शख्स को तुरंत गिरफतार किया जाना चाहिए।
शिरोमणि कमेटी के प्रधान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपील की कि विदेशों में बस रहे सिख भाईचारे की सुरक्षा हेतु अति आवश्यक कदम उठाकर अलग-अलग देशों की सरकारों को सिखों की पहचान के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने सिखों द्वारा अलग-अलग देशों की उन्नति में खुशहाली के लिए डाले गए योगदान का हवाला देते हुए कहा कि सिख दुनिया के जिस देश में भी जाकर बसते है उसी सरजमी की खैर मांगते है। इसलिए सरबत का भला मांगने वाले सिख कौम पर हुए नस्ली हमले रोकने के लिए भारत सरकार को पहल करनी चाहिए।
स्मरण रहे कि लुधियाना के युवक रवनीत सिंह पर सेंट्रल लंदन में यूके पार्लीमेंट के बाहर उस वक्त नस्ली हमला हुआ जब एक गोरे शख्स ने उसे मुस्लिम समझकर उसकी दस्तार रूपी पगड़ी को खींचने की कोशिश की और उसे मुस्लिम गो बैक कहकर चिल्लाया था। जानकारी के मुताबिक रवनीत सिंह इको सिख आर्गेनाइजेशन के साउथ एशिया प्रोजेक्ट के प्रबंधक है। यूनाइटेड स्टेट बैस्ट इको सिख आर्गेनाइजेशन भारत समेत विश्व में पर्यावरण सुधारने के लिए काम कर रही है।
आगामी 14 मार्च को मनाए जा रहे वल्र्ड सिख इंवायरमेंट डे की प्रमोशन के लिए रवनीत सिंह इन दिनों यूके में सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी से मिलने गए थे। सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने भारतीय सिख युवक के साथ इस बरताव को लेकर टिवस्ट करते हुए दुख जाहिर किया है।
– सुनीलराय कामरेड
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