गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। गुरुवार को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के वार्षिक दिवस समारोह में शामिल हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मोदी सरकार की नीतियों पर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से सरकार ने अर्थव्यवस्था को अपंग बना दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह से जीएसटी को लागू किया है, उससे ‘टैक्स आतंकवाद की सूनामी’ आ चुकी है। राहुल ने कहा कि 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों की बरसी मनाई जाएगी। उन्होंने हाल में हुए विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि स्टार्ट अप इंडिया के साथ ‘शट अप’ इंडिया नहीं चल सकता।
लघु एवं मझोले उद्योगों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र ‘‘रीढ़ की हड्डी है किंतु इसे बहुत कम सहयोग मिल रहा है। (इस क्षेत्र को छोड़कर) किसी में भी यह क्षमता नहीं है कि वह चीन को चुनौती दे सके और उन्हीं के खेल में उन्हें मात दे सके।’’ उन्होंने सवाल किया कि बेरोजगारी दूर करने की मुहिम में इस मजबूत हथियार को यह सरकार इतना कम महत्व क्यों दे रही है।
उन्होंने वित्त मंत्री जेटली पर भी प्रहार करते हुए कहा कि व्यापार डूब रहे हैं और ‘‘श्री जेटली के पास यह क्षमता है कि वह आये दिन कहते रहते हैं कि सब ठीक है।’’ उन्होंने कल वित्त मंत्री द्वारा बैंकों के पुनर्पूंजीकरण की घोषणा की चर्चा करते कहा कि यह केवल बड़े व्यापारों को लक्ष्य कर किया गया है। कल्पना करिये कि यदि यह सहयोग लघु एवं मझोले उद्योगों को प्रदान किया होता।
जीएसटी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे लागू करने से पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कई कांग्रेस नेता सरकार से मिले थे और उन्हें जीएसटी के मौजूदा स्वरूप की खामियों के बारे में आगाह किया था। किन्तु सरकार ने किसी की नहीं सुनी और इसे लागू कर दिया। उसका परिणाम अब देखने को मिलेगा।
राहुल ने भरोसा दिलाया कि यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो वह जीएसटी में सुधार करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में अधिक विकेन्द्रीकरण किया जाएगा। उसमें युवा चेहरों के साथ बुजुर्गों के अनुभवों का लाभ भी उठाया जाएगा।