नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार कहा है कि अगर पार्टी कहेगी तो वह प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि 2012 में कांग्रेस पार्टी में घमंड आ गया था और पार्टी ने जनता से संवाद कम कर दिया, जिसके चलते लोगों से दूरी बन गई। अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में छात्रों को संबोधित करते हुए विभिन्न मुद्दों पर विचार रखे। कार्यक्रम का विषय ‘इंडिया ऐट 70: रिफलेक्शन ऑन द पाथ फॉरवर्ड’ था. यहां राहुल ने समकालीन भारत और इसके आगे के सफर के बारे में अपना नजरिया रखा।
So he(PM Modi) massively opened up space for the terrorists in Kashmir, and you saw the increase in violence: Rahul Gandhi pic.twitter.com/mJCMrDy5eO
— ANI (@ANI) September 12, 2017
राहुल गांधी ने कहा कि देश में आज नफरत और हिंसा की राजनीति का बोलबाला है. लेकिन हिंसा से किसी का भला नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि हिंसा में मैंने अपनी दादी (इंदिरा गांधी) और पिता (राजीव गांधी) को खोया. मुझसे बेहतर हिंसा को कौन समझेगा। उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने मेरी दादी को गोली मारी, मैं उन लोगों के साथ बैडमिंटन खेलता था. मुझे पता है कि हिंसा से क्या नुकसान हो सकता है। जब आप अपने लोगों को खोते हैं, तो आपको गहरी चोट लगती है।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि अहिंसा की विचारधारा आज खतरे में है। हालांकि यही एक ऐसी विचारधारा है जो मानवता को आगे ले जा सकती है। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि संसद को अंधेरे में रखकर नोटबंदी लागू की गई। नोटबंदी से फायदे की बजाय जीडीपी में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने RTI को ‘बंद’ कर दिया है।
There is a BJP machine,about 1000 guys sitting on computers&telling you about me: Rahul Gandhi on question of being a reluctant politician pic.twitter.com/JzyJj6CU6c
— ANI (@ANI) September 12, 2017
राहुल गांधी ने कहा, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कंप्यूटर के बारे में बात की थी, उसका विरोध हुआ था। बीजेपी के नेता जो बाद में भारत के पीएम बने थे। उन्होंने भी कंप्यूटर का विरोध किया था।
राहुल गांधी के स्पीच की 10 बड़ी बातें-
- हिंसा से किसी का भला नहीं होने वाला
- नोटबंदी पर संसद की राय नहीं ली गई
- सत्ता में अहंकार नहीं होना चाहिए
- मोदी सरकार ने RTI को नुकसान पहुंचाया
- नौकरी सृजन की कमी है
- बीजेपी के लोग मेरे खिलाफ एजेंडे में लगे
- भारत में सारे पावर संसद के बाहर पीएमओ में है
- बीजेपी कंप्यूटर का विरोध करती थी
- कश्मीर में आतंकवाद को हमने कम किया, लेकिन भाषण नहीं दिया
- बीजेपी की तरह कांग्रेस वरिष्ठों को नहीं भूलती