अहमदाबाद : गुजरात भाजपा अध्यक्ष और खुद पाटीदार समुदाय से आने वाले जीतू वाघानी ने आज कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के वास्तविक प्रमुख के तौर पर अपनी पहली परीक्षा में बुरी तरह विफल रहेंगे क्योंकि वह और पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल कठोर परिश्रमी और भद, लोगों के साथ धोखाधड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी का नेतृत्व, उनकी छवि और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की राजनैतिक कुशाग्रता उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच बड़ अंतर है और ये तीन कारक सभी चुनौतियों को धराशायी कर देंगे। इसमें हार्दिक पटेल की ओर से पेश चुनौती भी शामिल है।
वाघानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस गुजरात चुनाव खुद से नहीं लड़ रही है और उसने इसे दूसरों को आउटसोर्स कर दिया है। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस राज्य में कहीं भी नहीं थी और उसका न तो कोई संगठन और न ही कोई आधार था। राहुल गांधी को लोगों की समस्याओं और राज्य में चुनौतियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, कांग्रेस इन चुनावों में कहां है। वे इसे नहीं लड़ रहे हैं। उन्होंने इसे दूसरों को आउटसोर्स कर दिया है। मुझे आपको एक बात बताने दें और आप मेरे शब्दों को लिख लें। राहुल गांधी कांग्रेस के वास्तविक प्रमुख के रूप में अपनी पहली परीक्षा में बुरी तरह विफल रहेंगे। वाघानी भावनगर पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने हार्दिक पटेल को अस्थायी परिघटना बताया और समूचे गुजराती समुदाय के लिये उनके योगदान पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, गांधी और वह :हार्दिक: इन कठोर परिश्रमी और भद, लोगों को ठग रहे हैं। उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिये। हार्दिक पटेल ने 2015 में एक आंदोलन शुरू किया था, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि पाटीदारों को ओबीसी श्रेणी में शामिल किया जाए ताकि उन्हें सरकारी नौकरियों और संस्थानों में आरक्षण मिल सके। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में 150 सीट जीतने के लक्ष्य को हासिल कर पाएगी तो वाघानी ने कहा कि पार्टी काम कर रही है और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिये अतिरिक्त कदम बढ़एगी।