महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) सुप्रीमो ने मुंबई मेट्रो स्टेशन से चर्चगेट स्टेशन तक रेलवे के खिलाफ मार्च निकाला है। चर्चगेट पर रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने बुलेट ट्रेन परियोजना का विरोध करते हुए कहा कि मुट्ठी भर गुजरातियों के लिए बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलाने की योजना है लेकिन इसका कर्ज तो जनता के ही सिर पर फूटेगा।
उन्होंने कहा कि मुझे मोदी सरकार पर इसलिए गुस्सा आता है कि उसने जो भरोसा दिया उस पर जनता ने उन्हें प्यार दिया और बहुमत से उनकी सरकार बनवायर लेकिन अब आप जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि आपके इन निर्णयों से जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि मैंने पहला प्रधानमंत्री देखा है जो वादा करने के बाद उसे पूरा नहीं करता। ठाकरे ने सभी लोगों से अनुरोध किया कि वे मोदी सरकार की गलत नीतियों का एकजुट होकर विरोध करें।
We have organised this rally peacefully.But,if there is no change in system of government then our next rally will not be peaceful:MNS Chief pic.twitter.com/h2VUkIEcjU
— ANI (@ANI) October 5, 2017
बता दे कि मुंबई में आज महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता जमकर विरोध कर रहे हैं। कार्यकर्ता सड़कों पर निकल आए हैं। ये मुंबई के एल्फिंस्टन स्टेशन समेत कई अन्य स्टेशन्स पर मौजूद सुविधाओं के अभाव को लेकर विरोध जता रहे हैं। मनसे द्वारा पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के नेतृत्व में मेट्रो थिएटर से लेकर चर्चगेट महारैली निकाली जा रही है।
राज ठाकरे ने कहा कि यदि 15 दिन के अंदर रेलवे पुलों से फेरीवालों को नहीं हटाया गया तब उनकी पार्टी के कार्यकर्ता 16वें दिन से फेरीवालों को हटाने का काम शुरू कर देंगे।
Mumbai: MNS Chief Raj Thackeray joins MNS workers protesting in Metro Cinema area over #ElphinstoneStampede; Police had denied permission. pic.twitter.com/d7wmgNE4iL
— ANI (@ANI) October 5, 2017
वही आपको बता दे कि मुंबई पुलिस की ओर से इसकी इजाजत नहीं मिली है इसके बावजूद वे वेस्टर्न रेलवे हेडक्वॉटर पहुंचे हैं। इससे पहले इजाजत न मिलने पर मनसे नेता और कार्यकर्ता नाराज दिख रहे थे। पार्टी के नेता नितिन सरदेसाई ने कहा कि रेल प्रशासन के खिलाफ की जाने वाली रैली को पार्टी पूरा करके रहेगी।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के एल्फिंस्टन स्टेशन और परेल के बीच बने फुट ओवर ब्रिज पर हादसा हो गया था। जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद राज ठाकरे ने अपना विरोध जताते हुए कहा था कि रेलवे को यात्री सुविधाओं की ओर ध्यान देना चाहिए।