अजमेर : आईपीएल मैच के दौरान कानपुर के होटल लैडमार्क में पकड़े गए तीन कुख्यात सट्टेबाजों की निशानदेही पर कानपुर पुलिस का दल कुख्यात सटोरिया विकास उर्फ बंटी खंडेलवाल की तलाश में शुक्रवार को अजमेर पहुंचा। कानपुर पुलिस ने यहां अलवर गेट थाना पुलिस का सहयोग लेकर धोला भाटा स्थित शनि मंदिर के पास बंटी के मकान पर दबिश दी, लेकिन वह दबिश से पहले ही मौके से फरार हो गया। बंटी के बिजयनगर स्थित ठिकाने से पुलिस को दर्जनों मोबाइल मिले, जिन्हें कानपुर पुलिस को सौंप दिए।
बंटी खंडेलवाल शहर के मशहूर हलवाई सीताराम खंडेलवाल का बेटा है, जिसका नाम देश और दुनिया के माने हुए सटारियों की गिनती में आता है। हर बार बंटी का नाम यहां पुलिस रिकार्ड में सबसे ऊपर रहता है, लेकिन इस बार आईपीएल मैच के दौरान कानपुर के होटल लैंडमार्क से पकड़े गए कुख्यात सटोरिए रमेश बिहारी, नयन रमेश शाह और विशाल चौहान ने बंटी खंडेलवाल का नाम उजागर कर बताया कि बंटी ही गिरोह का सरगना है। कानपुर पुलिस ने उक्त सटोरियों के कब्जे से पांच मोबाइल और भारी नकदी के साथ गिरफ्तार किया। जब्त किए गए मोबाइल में कानपुर पुलिस को कुख्यात सटोरिए बंटी खंडेलवाल के खिलाफ आईपीएल मैच फिक्सिंग से सबंधित कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगना बताए गए। यह सुराग हाथ लगने पर कानपुर पुलिस का दल बंटी की तलाश में अजमेर पहुंचा।
बंटी मौके से फरार: कानपुर पुलिस के सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार अवस्थी के नेतृत्व में पुलिस दल बंटी की तलाश में अजमेर पहुंचा। दल ने अलवर गेट थाना प्रभारी हरिपाल सिंह के सहयोग से धौलाभाटा स्थित बंटी खंडेलवाल के मकान पर दबिश दी, लेकिन दबिश से पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गया, लिहाजा पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। पुलिस सूत्रों की माने तो कानपुर के होटल लैंडमार्क से उक्त तीन सटोरियों की गिरफ्तारी के बाद कानपुर पुलिस के एक अधिकारी ने यहां आईजी मालिनी अग्रवाल को मामले की जानकारी से अवगत कराते हुए कुख्यात सटोरिए बंटी को पकड़वाने का सहयोग मांगा था, जिस पर आईजी मालिनी अग्रवाल ने आईपीएस मोनिका सेन को बंटी की तलाश कर धर दबोचने के निर्देंश दिए थे। आईपीएस सेन ने बिजयनगर स्थित बंटी के ठिकाने पर दबिश देकर दर्जनों मोबाइल और लेपटाप जब्त किए, जिसे कानपुर पुलिस को सौंप दिए गए। कानपुर पुलिस शुक्रवार को भी अजमेर में डेरा डाले हुए हैं। यहां की पुलिस के सहयोग से बंटी के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
रमेश बिहारी का खुलासा: कानपुर पुलिस ने बताया कि रमेश बिहारी ने कुख्यात सटोरिए बंटी का सनसनीखेज खुलासा किया है। बिहारी, नयन रमेश शाह, विशाल चौहान और बंटी खण्डेलवाल ने क्रिकेट मैंचों में चल रही सट्टेबाजी की परिभाषा ही बदल दी। अब हार, जीत, टॉस, बॉल, चौक्का, छक्का और खिलाडिय़ों पर लगने वाला अधिकतम और न्यूनतम स्कोर पर फोकस हो गया है।
इस नई सट्टेबाजी के लिए मैच शुरू होने का इंतजार नहीं करना पड़ता। सिर्फ मैच के लिए बनाई जा रही पिच और क्रिकेट पर नजर रखनी पड़ती है। मैच के दौरान ब्रॉडिंग कम्पनी से तय हार्डिंग लगाने का काम करने वाला रमेश बिहारी मैदान के अंदर काम करते हुए पिच तक पहुंचने का मौका खोजता था। मौका हाथ लगते ही ग्राउण्ड की घास को तर करने के लिए लगाए जाने वाले पाइप से पिच पर पानी डाल देता था, फिर मोबाइल से फोटो खिंचकर गिरोह के कुख्यात सटोरया रमेश शाह और बंटी खण्डेलवाल को भेज देता था।
इसके बदले उसे कुख्यात सटोरिओं से 5 हजार रुपए मिलते थे। कानपुर के ग्रीनलैंड स्टेडियम में गुजरात लॉयन्स और दिल्ली डेयर डेल्विस की टीम के मैच में भी पिच पर पानी डालने का सबूत सटोरियों के मोबाइल से बरामद किया गया। कानपुर पुलिस का कहना है कि रमेश शाह और बंटी खण्डेलवाल ने देश के कई स्टेडियमों में पिच पर डलवाए गए पानी की फोटो मोबाइल पर वाट्सएप के जरिए मंगाई। यह सबूत उक्त तीनों सटोरियों के मोबाइलों से मिले हैं।
– राहमान खान