राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश में राजनैतिक नेताओं की लगातार हो रही हत्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुये राज्य सरकार से इस पर अंकुश लगाने की मांग की है। सचिन पायलट ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुये भरतपुर में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दानासिंह की कल हुयी हत्या पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दाना सिंह पर यह दूसरी बार हमला हुआ है जिसमें उनकी मौत हो गयी तथा उनका पुत्र भी घायल हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा शासन के राजनेताओं पर हमले की यह सोलहवीं घटना है जिसमें हत्या हुयी है। उन्होंने कहा कि राज्य में राजनैतिक पदों पर बैठे लोगों की हत्या होना घृणित एवं निंदनीय कार्य है जिस पर अंकुश लगाना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिये।
उन्होंने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था बनाये रखने में उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुये कहा कि इस कारण प्रदेश में खौफ और आतंक का माहौल बन गया है तथा प्रशासन सरकार और आम जनता के बीच आपसी संवाद बिल्कुल टूट गया है। उन्होंने कहा कि जयपुर में हाल ही में लगा कफ्र्यू और तनाव इसका ज्वलंत प्रमाण है।
उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में हो रहे आंदोलनों का जिक्र करते हुये कहा कि सरकार जन आकांक्षाओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है और इसी कारण जयपुर, भरतपुर, सीकर, चुरू आदि क्षेत्रों में लगातार धरने प्रदर्शन हो रहे है।
सचिन पायलट में प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलनों का जिक्र करते हुये कहा कि कांग्रेस किसानों के हितों को लेकर लगातार संघर्षरत है और कर्ज माफी के मुद्दे को लेकर लगातार सरकार पर दबाब बनाये रखेगी। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा शासित उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र्र तथा कांग्रेस शासित कर्नाटक और पंजाब में किसानों की कर्ज माफी हो सकती है तो राजस्थान में क्यों नहीं।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों का कर्ज माफी आंदोलन लंबा चले ताकि वह चुनावों में इसका लाभ उठा सकें लेकिन कांग्रेस सरकार पर लगातार दवाब बनाये रखेगी। प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी ने भी राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसान आंदोलन के नाम पर बिचौलियों की मदद से आम किसानों की आवाज को दबा रही है।
उन्होंने कहा कि सीकर सहित कई जिलों में किसान आंदोलनरत है लेकिन इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी से प्रदेश में आंदोलन और भड़क रहा है।