रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के आदिवासी विभाग के नवनियुक्त अध्यक्ष अमरजीत भगत ने झारखंड की सीमा से जुड़े जशपुर जिले में आदिवासियों के चल रहे पत्थरगढ़ आन्दोलन के लिए राज्य की रमन सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। श्री भगत ने दायित्व संभालने के बाद आज यहां पहली प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि शान्ति व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी रमन सरकार की है। यह आन्दोलन व्यवस्था के प्रति आदिवासियों के आक्रोश को दर्शाता है।
कानून कोई तोड़ता है तो उसके विरोध में कार्रवाई करने का अधिकार एवं हक राज्य सरकार का है। गांवों में सरकारी अधिकारियों कर्माचारियों को नहीं घुसने देना लोगों के आक्रोश को दर्शाता है। भाजपा द्वारा इसके पीछे कांग्रेस की भूमिका होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जशपुर में इसका शुभारंभ वरिष्ठ भाजपा नेता एवं अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नन्द कुमार साय करते है जिसका कई चैनलों में प्रसारण भी हुआ है, और उसके बाद दोषारोपण कांग्रेस पर करना यह भाजपा की दोगली नीति है।
उन्होने कहा कि जो भाजपा नेता पत्थरगढ़ के खिलाफ सछ्वावना यात्रा करने की बात करते है, उन्हे पहले यह स्पष्ट करना चाहिए की श्री साय भाजपा में हैं या नहीं। इस आन्दोलन को लेकर कांग्रेस के रूख के बारे में बार बार पूछे जाने पर भी उन्होंने कोई सीधी टिप्पणी नहीं की और कहा कि इस बारे में पार्टी आलाकमान से विचार विमर्श कर ही पार्टी अपना रूख स्पष्ट करेंगी।उन्होने कहा कि यह आन्दोलन आदिवासियों के आक्रोश का नतीजा है। संविधान से छेडछाड़, आरक्षण को खत्म करने की कोशिश, पेशा कानून को कमजोर करने जैसे प्रयासों ने उन्हे आन्दोलित किया है।
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