भोपाल : प्रदेश में महंगी दामों पर पुस्तकें और यूनिफार्म खरीदने के लिए अभिभावकों पर जबरन दबाव बनाने वाले प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द होगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों से मनमानी करने वाले स्कूलों की सूची मांगी है। यह सूची केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भेजी जाएगी। शिक्षा विभाग ने कलेक्टरों यह भी कहा है कि विद्यार्थियों को ठग रहे स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि विभाग में बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंची हैं कि सीबीएसई से संबद्ध स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य एनसीईआरटी से संबंधित पुस्तकों के साथ अन्य प्रकाशकों की अधिक मूल्य की पुस्तकें और अन्य सामग्री खरीदने के लिए अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं। 900 रुपए मूल्य तक की पुस्तकें बाजार से 4 हजार रुपए कीमत में अभिभावकों को क्रय करना पड़ रहा है।
विभाग को ढेरों शिकायतें आने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव केके द्विवेदी ने सभी कलेक्टरों को एक पत्र लिखा है। स्कूल शिक्षा विभाग ने कलेक्टरों को भेजे आदेश में कहा कि प्रदेश के ऐसे सभी स्कूल जो केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के संबंद्धता नियम व निर्देश के खिलाफ जा रहे हैं और अन्य प्रकाशकों की अधिक मूल्य की पुस्तकें तथा अन्य सामग्री किसी विशेष दुकान से खरीदने के लिए पालकों पर अनुचित दबाव बना रहे हैं,
ऐसे स्कूलों की जांच कराई जाए। तथा जांच प्रतिवेदन आवश्यक दस्तावेजों के आयुक्त लोक शिक्षण को भेजें, जिससे ऐसे स्कूलों को राज्य शासन द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र को निरस्त कराया जा सके। ऐसे स्कूलों की मान्यता समाप्त करने के लिए संबंधित मंडल या बोर्ड को लिखा जाएगा।
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