गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की कमी से अस्पताल में हुई बच्चों की मौत पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का पहली बार बयान आया है। शाह ने कहा कि गोरखपुर हादसा एक प्रकार की गलती थी, जिसकी जांच चल रही है। जब तक इसकी जांच पूरी नहीं हो जाती है, हमें किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार की आशय सिर्फ गरीबों की मदद करना है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के आरोप पर कहा कि उनका काम है इस्तीफा मांगना। उन्होंने कहा ‘इतने बड़े देश में बहुत सारे हादसे हुए और ये कोई पहली बार नहीं हुआ।”
Congress ka kaam hai isteefa maangna. Itne bade desh mein bahut saare haadse hue, pehli baar aisa haadsa nahi hua hai: A Shah on #Gorakhpur pic.twitter.com/c7nn8EesAh
— ANI (@ANI) August 14, 2017
वहीं उन्होंने कहा कि योगी जी ने तय समय में जांच के आदेश दिए हैं। वहां जो भी हुआ है वह एक गलती है। उन्होंने कहा कि देखिए बच्चे मरे हैं इसका दुख है लेकिन कृष्ण जन्माष्टमी अपनी जगह है, जैसे देश में होगी, वैसे यूपी में लोगों के पर्सनल बिलीफ के आधार पर होगी। यह सरकारी त्यौहार नहीं है।
#Jamanshtami apni jagah hai,jaise desh mein hogi,waise UP mein logon ke personal belief ke aadhar par hogi,yeh govt festival nahi:Amit Shah pic.twitter.com/olUJ2rUYy8
— ANI UP (@ANINewsUP) August 14, 2017
बता दें कि गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने से मना कर दिया है। सोमवार को कोर्ट ने कहा है कि इस मुद्दे पर कोई भी याचिकाकर्ता हाई कोर्ट जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री खुद नजर बनाए हुए हैं।
घटना के बाद उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और छात्र नेताओं ने मंत्री के घर पर अंडे-टमाटर की बौछार कर दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। सपा के कार्यकर्ता कला झंडा दिखा कर प्रदर्शन कर रहे है।