नयी दिल्ली : राजधानी में स्थानीय निकायों द्वारा चलाए जा रहे सीलिंग अभियान के खिलाफ आज विभिन्न बाजारों में दुकानें बंद रही। बंद का आह्वान व्यापारियों के प्रमुख संगठन ने किया था। कन्वर्जन शुल्क का भुगतान नहीं करने या कब्जा करने या अवैध निर्माण के खिलाफ यह अभियान चलाया जा रहा है। कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बंद का आह्वान किया था। बंद की वजह से चांदनी चौक, सदर बाजार, चावड़ी बाजार, कमला नगर, करोल बाग, कश्मीरी गेट, खारी बावली, नया बाजार, भागीरथ पैलेस, पहाड़गंज, राजौरी गार्डन और अन्य स्थानों पर व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। कैट ने दावा किया कि दिल्ली व्यापार बंद में राजधानी के कई व्यापार संगठन शामिल हुए। इससे वाणिज्यिक गतिविधियां लगभग ठप रहीं।
नगर निकायों द्वारा उत्तर, दक्षिण ओर मध्यम दिल्ली में सीलिंग अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान पिछले महीने के आखिर में शुरू हुआ था। इसके तहत डिफेंस कॉलोनी में लगभग 50 दुकानों पर कार्रवाई की गई है। उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त निगरानी समिति के निर्देशन में यह अभियान चलाया जा रहा है। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में सीलिंग अभियान के खिलाफ कई थोक और वाणिज्यिक बाजार आज बंद रहे। उन्होंने कहा कि यह अभियान डीएमसी कानून के सांविधिक प्रावधानों के खिलाफ है।
खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारी मांग कर रहे हैं कि केंद्र अध्यादेश लाकर व्यापारियों को इस अभियान से संरक्षण दे। कैट ने वाणिज्यिक या मिश्रित भूमि इस्तेमाल के लिए दिल्ली में 351 सड़कों को अधिसूचित करने की भी मांग की। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय शॉपिंग सेंटर वाणिज्यिक दरों पर दिए गए हैं और अब कन्वर्जन शुल्क की मांग की जा रही है तथा बिना नोटिस दिए सीलिंग की जा रही है। यह उचित नहीं है।
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