दिल्ली में स्मॉग के चलते हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। एहतियाती उपायों के तहत कई अहम फैसले लिए जा रहे हैं, आज लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने बुधवार को एक आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल सहित सभी जरूरी एजेंसियों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। खुद एलजी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
Emergency meeting on Pollution with @ArvindKejriwal . Measures approved include ban on entry of trucks(except carrying essentials), ban on civil construction, school holidays till Week end, hike in parking fees & higher frequency of metro & buses. pic.twitter.com/wtxsT5Y1wV
— LG Delhi (@LtGovDelhi) November 8, 2017
दिल्ली सरकार ने रविवार तक स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं। वहीं वायु प्रदूषण पर ईपीसीए ने दिल्ली में अत्यधिक गंभीर या आपात स्थिति की घोषणा की। निर्माण कार्यों और इमारतों को गिराने की गतिविधियों पर रोक लगाई। ईपीसीए दिल्ली में दोबारा ऑड-ईवन पर कल यानि गुरुवार को फैसला लेगा। इसके अलावा बुधवार को कई और अहम फैसले लिए गए।
मेट्रो फेरे बढ़ेंगे
वहीं, दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो के फेरे बढ़ाए जाने का भी फैसला लिया गया है, हालांकि मेट्रो किराये में कोई कमी नहीं की जाएगी। मेट्रो दिनभर में पिछले दिनों के मुकाबले 186 ज्यादा ट्रिप लगाएगी। दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता के मुताबिक सामान्य दिनों में मेट्रो 3131 फेरे लगाती है, लेकिन अब 3317 फेरे लगाएगी. इसके अलावा दिल्ली में बसों के फेरे भी बढ़ाए जाएंगे।
5 दिनों तक राहत नहीं
दिल्ली में पहले ही ईपीसीए पार्किंग शुल्क चार गुना किए जाने का आदेश जारी कर चुका है। डीडीए, एमसीडी और डीएमआरसी को 4 गुना ज्यादा पार्किंग फीस वसूलने का निर्देश दिया गया है। ईपीसीए दिल्ली में ऑड-ईवन पर गुरुवार को अहम फैसला लेगा। ईपीसीए ने मंगलवार को कई अहम निर्देश जारी किए थे जिन्हें आज हरी झंडी दी गई। वहीं, मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगले 5 दिनों तक स्मॉग से कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश
उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अहम निर्देश जारी किए हैं। मंत्रालय ने कहा है कि कठिनाई हो तो दिल्लीवासी घर के अंदर ही रहें। राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिन से खराब होती आबोहवा और वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज परामर्श जारी कर कहा कि सांस लेने में कठिनाई महसूस कर रहे लोगों और बच्चों को घरों के अंदर ही रहना चाहिए और अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
मंत्रालय ने आज जारी परामर्श में कहा कि अगर लोगों को सांस लेने में कठिनाई महसूस हो रही है तो उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए। लोगों को सुबह की सैर करने से या ऐसी किसी भी मेहनत वाली बाहरी गतिविधि से बचना चाहिए जिससे सांस तेज हो जाती हो।