खुफिया एजेंसियां को खुफिया सूचना मिली है कि जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठन मिलकर एक खौफनाक मिशन को अंजाम देने की कोशिशों में लगे हुए है। यह मिशन भारत की केंद्र सरकार के कुछ सीनियर नेताओं को खत्म करने का है। मिली जानकारी के अनुसार , दोनों आतंकी संगठनों ने जो लिस्ट तैयार की है उसमें ज्यादातर नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हैं जिसमें कुछ केंद्रीय मंत्री और कुछ हाई प्रोफाइल मुख्यमंत्री शामिल हैं।
खबर के अनुसार आतंकियों ने ऐसे एक मुख्यमंत्री को अपना निशाना बनाने की प्लानिंग की है।जिनकी सुरक्षा ज्यादा कड़ी नहीं है। हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस इनपुट की अभी पुष्टि करना बाकी है।
दोनों संगठन हथियारों के लिए बांग्लादेश स्थित एक कैडर का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, जिन आतंकियों को यह काम सौंपा गया है। उनमें से कुछ तो सीमा के अंदर प्रवेश भी कर चुके हैं। खुफिया एजेंसी की टीम बांग्लादेश में उन गुप्त स्थानों की खोजबीन भी कर चुकी है। जहां उनके होने की खबर थी। लेकिन उन्हें वहां कुछ नहीं मिला।
वही ,सूत्रों की मानें तो जैश के चोटी के आतंकी अजहर पर कार्रवाई और उसके भांजे ताल्हा रशीद को भारतीय सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने से खासे नाराज हैं। कहा जा रहा है कि ताल्हा की मौत से संगठन को काफी बड़ा झटका लगा है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि वो कई बड़े आतंकी हमलों में मुख्य भूमिका में था। इनमें पुलवामा पुलिस लाइंस और श्रीनगर एयरपोर्ट जैसे बड़े हमले शामिल हैं।