आसियान के महत्वपूर्ण देशों के साथ भारत के संबंध बेहतर बनाने के इरादे से थाईलैंड, इंडोनेशिया और सिंगापुर के दौरे पर गई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की यह यात्रा सार्थक रही। एक अधिकारी ने आज यह बताया। सुषमा पांच दिवसीय दौरे के अंतिम चरण में सिंगापुर में थीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, लिओन सिटी, सिंगापुर से विदा। आसियान के महत्वपूर्ण देशों के साथ संबंध प्रगाढ़ बनाने के लिए थाईलैंड, इंडोनेशिया और सिंगापुर के पांच दिवसीय उपयोगी दौरे के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज विमान में सवार हुई।
भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी की रूपरेखा के तहत दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र के देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संवाद आयोजित करने के लिए नई दिल्ली की पहल के तहत उन्होंने तीन देशों का दौरा किया।
अपने दौरे के दौरान सुषमा ने आसियान-भारत प्रवासी भारतीय दिवस में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया और आसियान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहरायी। दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन (आसियान) भारत का चौथा बड़ा कारोबारी भागीदार है और यह इसके कुल कारोबार का 10.2 प्रतिशत हिस्सा है।
भारत आसियान का सातवां बड़ा कारोबारी सहयोगी है। आसियान में ब्रूनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम सदस्य देश है।
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