विदेश मंत्री सुषमा स्वराज विदेश यात्रा पर है जहां उनका आतंकवाद और धर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है । रूस में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता और ना ही जोड़ा जाना चाहिए।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों से सहयोग मांगा ताकि क्षेत्र में मजबूत सुरक्षा कायम की जा सके।
सुषमा स्वराज ने रूसी शहर सोची में एससीओ परिषद के सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों की 16वीं बैठक में कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के किसी कृत्य को चाहे वह कुछ भी हो, उसे समर्थन नहीं दिया जा सकता। हम एससीओ ढांचे को लगातार मजबूत करने, साथ काम करने और व्यापक, सहयोग तथा सतत सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ सकता है। यह पूरी मानवता के खिलाफ अपराध है।
उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद से मुकाबले के लिए सभी राष्ट्रों से खुफिया साझेदारी में सहयोग बढ़ने, कानून प्रवर्तन, अच्छे कार्यों तथा प्रौद्योगिकी को विकसित करने, परस्पर कानूनी सहयोग, प्रत्यर्पण व्यवस्था, क्षमता निर्माण के अन्य उपायों को बढ़वा देने का आग्रह करता है।
विदेश मंत्री ने ऊर्जी तथा सूचना तकनीकी क्षेत्र में सहयोग की भी मांग की है। उन्होंने पाकिस्तान को एससीओ की पूर्ण सदस्यता के लिए बधाई दी है। एससीओ का सदस्य बनने के बाद भारत की यह पहली बैठक है। अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।