सिक्किम सेक्टर में दोनों देशों की सेना के बीच जारी गतिरोध के बीच बीजिंग ने कहा कि G 20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की द्विपक्षीय बातचीत लिए ”माहौल सही नहीं है।” हालांकि दोनों नेता कल होने वाले ब्रिक्स देशों की बैठक में भाग लेंगे। जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में कल से शुरू हो रहे G 20 शिखर सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि ”राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता के लिए माहौल सही नहीं है।”
हालांकि नई दिल्ली में भारतीय सूत्रों का कहना है कि G 20 शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स नेताओं की बैठक होनी है। इस बैठक में अन्य नेताओं के साथ-साथ मोदी और शी के उपस्थित रहने की भी संभावना है। यह संकेत है कि हैम्बर्ग में दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय बातचीत का कार्यक्रम तय नहीं है। पीएलए की निर्माण शाखा द्वारा सड़क बनाने का प्रयास किए जाने के बाद चीन और भारत के बीच पिछले 19 दिनों से भूटान-चीन-भारत सीमा पर डोकलाम क्षेत्र में गतिरोध चल रहा है। इस क्षेत्र का भारतीय नाम डोक ला है जबकि भूटान इसे डोकलाम और चीन इसको डोंगलांग कहते है। खबरें थीं कि गतिरोध को खत्म करने के लिए दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच हैम्बर्ग में बैठक हो सकती है।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब G 20 से इतर दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच बातचीत पर सवाल किया गया तो चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने आशा जताई कि ”चीन-भारत सीमावर्ती क्षेत्र में शांति बरकरार रखने के लिए भारत तुरंत अपनी सैन्य टुकड़ी को भारतीय सीमा में वापस बुला लेगा।” जेंग ने कहा, ”मुझे लगता है कि दोनों पक्षों के बीच किसी अर्थपूर्ण वार्ता के लिए यह पूर्व शर्त है।” उन्होंने हालांकि, कहा कि सम्मेलन से पहले ब्रिक्स नेताओं की बैठक होगी जिसमें शी और मोदी दोनों भाग लेंगे। शी-मोदी की बैठक की संभावनाओं पर जेंग ने कहा, समय-समय पर संबंधित सूचना जारी की जाएगी।