पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सरायगढ़ भपटियाही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मैदान में सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, मधुबनी एवं दरभंगा जिलान्तर्गत बाढ़ प्रबंधन, बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना, बिहार कोसी बाढ़ समुत्थान परियोजना एवं राज्य योजनान्तर्गत सिंचाई संवद्र्धन के तहत चार अदद योजनाओं का रिमोट के जरिए शिलान्यास किया। राज्य योजनान्तर्गत सिंचाई संवद्र्धन के तहत चार अदद योजनाओं यथा पूर्वी एवं पश्चिमी कोसी तटबंध का उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण, पक्कीकरण एवं संरचनाओं का निर्माण पुनस्र्थापन कार्य, पूर्वी कोसी तटबंध के किलोमीटर 15.50 एवं किलोमीटर 28.80 के बीच 14 अदद स्परों का सुरक्षात्मक एवं पुनस्र्थापन कार्य, पूर्वी कोसी तटबंध के किलोमीटर 78.00 एवं किलोमीटर 84 के बीच 17 अदद स्परों का सुरक्षात्मक एवं पुनस्र्थापन कार्य, पूर्वी कोसी मुख्य नहर के वि.दू. 60.20 (दायां) से नि:सृत रानीपट्टी वितरणी नहर के संचालन, निरीक्षण एवं सिंचाई सुविधा मुहैया कराने हेतु सेवापथ का पक्कीकरण कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं जल संसाधन विभाग को इन चार महत्वपूर्ण योजनाओं के शिलान्यास के लिए बधाई देता हूॅ। यह काम समय सीमा के अंदर पूर्ण कर लिया जाएगा, ऐसा विश्वास है। यहां आने के पहले मैंने स्व. विश्वनाथ गुरमैता जी की मूर्ति का अनावरण किया, मैं उनके प्रति भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूॅ। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 में आयी कोसी त्रासदी से निपटने के लिए पूरी मजबूती एवं समर्पण के साथ हमलोगों ने काम किया था और उस समय यह कहा था कि हम पहले से बेहतर कोसी बनाएंगे। वर्ष 2005 में न्याय यात्रा के दौरान जब हम निकले थे तो उस समय सुपौल एवं अन्य जिलों की क्या स्थिति थी, आज स्थिति में बदलाव से लोगों के चेहरे पर प्रसन्नता देख रहा हूॅ, इससे साफ पता चलता है कि हालात में परिवर्तन आया है। 880 करोड़ रुपए की कुल चार योजनाओं का आज शिलान्यास किया गया है। इससे इस क्षेत्र के कई विधानसभा को लाभ मिलेगा। जल संसाधन विभाग के विवरण के अनुसार एक करोड़ से ज्यादा लोगों को फायदा होगा और 10 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल को सुरक्षित किया जा सकेगा। इन योजनाओं के द्वारा बाढ़ सुदृढ़ीकरण, नहरों का सुदृढ़ीकरण एवं उस पर सड़क का निर्माण होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संसाधन विभाग के कामों में अब काफी तेजी आयी है। इसके लिए जल संसाधन विभाग ने अपने अंतर्गत तीन उपविभाग गठित किए हैं। इसमें एक सिंचाई योजना पर काम करता है, दूसरा बाढ़ नियंत्रण सुरक्षा के लिए काम करता है और एक भाग मुख्यालय है जो दोनों के कामों को देखता है। सबका नेतृत्व अभियंता प्रमुख करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की 89 प्रतिशत आबादी गांवों में निवास करती है और 73 प्रतिशत आबादी की आजीविका का आधार कृषि है। किसानों की दशा को सुधारने के लिए कृषि रोडमैप बनाया गया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए कई काम किए गए हैं।
पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। महिलाओं को सभी सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरूआत की गयी। अब लड़कियों के जन्म लेने के समय 2000 रुपये उसके नाम पर दिया जाएगा। उसके एक साल हो जाने पर और उसका नाम आधार से जोड़ देने पर 1000 रुपये दिये जायेंगे। दूसरे साल टीकाकरण के पश्चात और 2000 रुपये दिये जायेंगे। आंगनबाड़ी में पोशाक के लिए पोशाक राशि को 250 रुपए से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया गया है। पहली से दूसरी क्लास की लड़कियों की पोशाक राशि को भी 400 से बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है।
तीसरी से पांचवी क्लास तक की लड़कियों की पोशाक पर दी जाने वाली राषि को 500 रूपये से बढ़ाकर 700 रुपये कर दिया गया है। छठी क्लास से आठवीं क्लास की लड़कियों की पोशाक राशि को 700 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है। वर्ग 9वीं से 12वीं क्लास की लड़कियों की पोशाक राशि को 1000 रूपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया गया है। प्लस टू पास करने वाली अब अविवाहित लड़कियों को 10,000 रुपये एवं स्नातक पास विवाहित या अविवाहित लड़कियों को 25,000 रुपये दिये जाने का भी निर्णय लिया गया है। लड़कियों के जन्म लेने से स्नातक करने तक अन्य छात्रवृत्ति राशियों के अलावा उस पर कुल 54,100 रुपये सरकार खर्च करेगी। परिवार में जो भाव लड़के का है, वही भाव परिवार के लोगों को लड़की के प्रति भी अपनाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अतिपिछड़े वर्ग के छात्र जो बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास करते हैं उन्हें 50,000 रुपए और जो यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास करते हैं उन्हें एक लाख रुपए आगे की तैयारी के लिए सरकार की तरफ से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में भाईचारे एवं प्रेम का माहौल बनाए रखिए, शांति एवं मेलजोल के साथ सबलोग आपस में मिल-जुलकर रहिए। अभी रमजान का पवित्र महीना चल रहा है, इस मौके पर मुसलमान भाईयों को मुबारकबाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मिथिला के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है और बिहार के बिना देश का विकास संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार, समाज सुधार के काम से देश का उदाहरण बनेगा। इसमें आप सबका सहयोग मिलता रहे, यही अपेक्षा है। आने वाली पीढ़ी को हो रही तरक्की के कार्यों का लाभ मिलेगा और वे गौरवान्वित महसूस करेंगे। जो शिलान्यास कार्य किया गया है आज उसके लिए पुन: मैं आप सबको बधाई देता हूॅ। शिलान्यास कार्यक्रम के पूर्व मुख्ममंत्री ने विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय, भपटियाही के प्रांगण में स्व. विश्वनाथ गुरमैता जी की मूर्ति का अनावरण किया। शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प-गुच्छ, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया गया।
समारोह को ऊर्जा एवं मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री बिजेंन्द्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कार्यकारी सभापति, विधान परिषद मो. हारुण रशीद, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, राज्य योजना पर्षद के सदस्य संजय झा, विधायक नीरज कुमार बब्लू, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधायक श्रीमती मीना देवी, विधान पार्षद विजय मिश्रा ने भी सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, कोसी क्षेत्र के आयुक्त सफीना एन., मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जल संसाधन विभाग के तकनीकी परामर्शी इंदू भूषण सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण, जल संसाधन विभाग के पदाधिकारीगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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