गुजरात में खोई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष तीन दिनों के गुजरात दौरे पर हैं और लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। बता दें कि अपने दौरे के दूसरे दिन वडोदरा में राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सबसे मुश्किल काम एक ईमानदार राजनेता बनना है। यहां एक ईमानदार राजनेता को सबसे ज्यादा झेलना पड़ता है और मैंने इसका अनुभव किया है। यह एक बंद तालाब जैसा है और कोई पार्टी नहीं चाहती कि यह तालाब खुली नदी का रूप ले।’
राहुल ने राजकोट में व्यवसायी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, सरकार ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी। वहीं नोटबंदी के फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जब नोटबंदी का ऐलान किया, तो उन्होंने तुरंत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को फोन किया था।
राहुल ने बताया, ‘यह खबर सुन कर मनमोहन सिंह 20 सेकेंड तक चुप हो गए और फिर बोले कि राहुल आपने अभी जो मुझे बताया मैं उसके सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा हूं।’ उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को आपराधिक कार्य बताते हुए कहा कि वे लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं। राहुल ने कहा- बहुत सारे लोग कैश में काम करते हैं, लेकिन वे चोर नहीं हैं। ये बात शायद इन्हें समझ में नहीं आई।
गुजरात चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस उपाध्यक्ष यहां सौराष्ट्र इलाके में रोड शो कर रहे हैं। पाटीदार बहुल इस इलाके में राहुल ने उन्हें लुभाने की कवायद में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत का जिक्र किया। राहुल ने यहां बीजेपी पर निशाना साधते हुए राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि उसने पटेल आरक्षण आंदोलन के दौरान समुदाय के लोगों पर बहुत जुल्म ढाया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात की सरकार, गुजरात की जनता चलाएगी और वोदिल्ली के रिमोट कंट्रोल से नहीं चलेगी। राहुल ने कहा कि चुनाव आ रहे हैं, हमें कांग्रेस की सरकार बनानी है।