पन्ना : मध्यप्रदेश में स्कूलों में जयहिंद बोलने के आदेश भले ही राज्य शासन ने अभी जारी किए हैं, पर प्रदेश के पन्ना जिले स्थित टाइगर रिजर्व में यह परंपरा कई साल से है। जय हिन्द बोलने की यह अनूठी परम्परा पन्ना टाईगर रिजर्व में विगत 9 वर्षों से कायम है, जिसकी शुरूआत तत्कालीन क्षेत्र संचालक आर. श्रीनिवास मूर्ति ने की थी। यहां के अधिकारी व कर्मचारी मेल मुलाकात के समय व कार्यक्रमों में जय हिन्द का उच्चारण करते हैं।
राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि स्कूलों में अब हाजिरी के दौरान छात्र-छात्रायें यस सर कहने के बजाय जय हिन्द बोलेंगे। प्रदेश सरकार का दावा है कि ये निर्णय विद्यार्थियों में देश भक्ति की भावना जाग्रत करने की मंशा से किया है। बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत यहां बाघों को फिर से आबाद करने की योजना शुरू की गई थी। इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिये मई 2009 में भारतीय वन सेवा के तेज तर्रार और कर्तव्यनिष्ठ वन अधिकारी आर। श्रीनिवास मूर्ति को पदस्थ किया गया था।
इस बेहद ईमानदार और जुनूनी अधिकारी ने पन्ना टाईगर रिजर्व की कमान संभालने के बाद यहां की कार्य प्रणाली पर अमूलचूल बदलाव किया। राष्ट्रीय पशु बाघ को पन्ना में फिर से आबाद करने के लिये टाईगर रिजर्व के अधिकारियों व मैदानी कर्मचारियों में जोश और उत्साह का संचार करने के लिये जय हिन्द बोलने की परम्परा शुरू की, जिसका निर्वहन यहां आज भी हो रहा है। मूर्ति ने पूरे 6 वर्षों तक पन्ना टाईगर रिजर्व को अपनी सेवायें प्रदान की और उसे शून्य से शिखर तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी मार्च 2015 में सपत्नीक पन्ना आये थे। यहां वे कर्मचारियों को जय हिन्द बोलते सुन अभिभूत हो गए थे।
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