जम्मू & कश्मीर के कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों से भरी बस पर कल आतंकवादियों ने बड़ा हमला किया जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गयी और 19 से ज्यादा घायल हो गए ।
इस को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज अपने आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें हमले के बाद उत्पन्न स्थिति के सभी पहलुओं की समीक्षा की गयी। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, खुफिया एजेन्सियों के प्रमुखों और होम मिनिस्ट्री के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों पर हमला आतंक की कायराना हरकत है। और यह अच्छी बात है कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने बताया कि अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी हमले की जम्मू & कश्मीर के सभी वर्गों के लोगों ने एक स्वर में कड़ी निंदा की है जिससे पता चलता है कि जम्मू & कश्मीर में कश्मीरीयत अभी भी जिन्दा है।
केन्द्रीय गृहमंत्री बताया कि जम्मू & कश्मीर के लोगों ने अमरनाथ यात्रियों पर हमले की कड़ी निंदा की है। इससे यह भी पता चलता है कि राज्य में अभी कश्मीरीयत पूरी तरह जिन्दा है। राजनाथ सिंह ने मंत्रालय में कश्मीर मामलों के प्रभारी को तुरंत श्रीनगर रवाना होने का निर्देश दिया है। उन्होंने केंद्र और राज्य में सभी अधिकारियों को हमले से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है। घायलों के समुचित उपचार की भी व्यवस्था की गयी है।
अमरनाथ यात्रियों के जत्थों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फाॅर्स के डायरेक्टर जनरल आर आर भटनागर और मिलिट्री चीफ जनरल बिपिन रावत भी श्रीनगर गये हैं। इस बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने PM मोदी को हमले के बाद हुई उच्चस्तरीय बैठक में किये गये विचार- विमर्श से अवगत कराया।
केंद्र ने अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा की स्थिति का आकलन करने के लिए हंसराज गंगाराम अहीर के नेतृत्व में एक दल श्रीनगर भेजने का भी निर्णय लिया है। गृहमंत्री ने जम्मू & कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।