आजकल देश में चोटियां काटने केमामले सामने आ रहे हैं। चोटियां काटने का यह सिलसिला राजस्थान में शुरू हुआ था। फिर यह सिलसिला हरियाणा पहुंच गया था और उसके बाद दिल्ली में भी इसकी काफी वारदातें सामने आईं हैं और अभी भी आ रही हैं। हरियाणा के हथीन में अब तक 9 चोटियां काटने के मामले सामने आए हैं। हरियाणा के मेवात में तो यह सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
वहां पर चोटियां कट ही रही ही हैं। देश के कई राज्यों के इलाकों मेंं काफी मामले सामने आ रहे हैं लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला है कि इन सबके पीछे कौन है? यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे किसी गिरोह का काम है या फिर कोई अंधविशवास के चलते यह हो रहा है। जिसे भी पूछो तो वह यह कह रहा है कि कोई भूत का भी काम हो सकता है और कोई इसे जिन्न का काम भी बता रहे हैं।
अब देश की राजधानी दिल्ली से भी वारदातें सामने आ रही हैं। नई दिल्ली के छावला के कांगनहेड़ी में चोटी काटनेके मामले सामने आ रही हैं। इस मामलों से महिलाएं सहमी चुकी हैं। बता दें कि रविवार को एक गांव की दो महिलाओं की रात में चोटी काट दी गर्ई थी। यह बताया जा रहा है कि इन तीनों महिलाओं के सिर में तेज दर्द हुआ फिर यह बेहोश हो गईं और जब उन्हें होश आया तो उनकी चोटियां कटी हुई मिली है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तीनों महिलाओं की चोटियों को कब्जे में ले लिया और उन चोटियों को जांच के लिए भेज दिया है।
अभी तक यह देखने को मिला है कि जिन महिलाओं की चोटी काटी है वह सारी ही काम करती थीं और तीनों ही मामलों में एक चीज बिल्कुल सामान है। यह सामने आ रहा है कि जिन तीन महिलाओं के चोटी काटी है वह तीनों ही खेत में या फिर कहीं बाहर काम करती थीं और वह काम करके घर पहुंची थीं। पुलिस के लिए एक परेशानी की बात यह आ रही है कि तीनों महिलाओं को उनके घर में ही निशाना बनाया गया है। घर वालों का यह कहना है कि जिस वक्त महिलाओं की चोटी काटी गई उस वक्त वह उस कमरे में थीं जिस कमरे में बाहर का कोर्ई भी व्यक्ति नहीं आया था। और यह भी बताया गया है कि उन कमरों के दरवाजे भी बंद थे।
मेवात जिले में महिलाओं की चोटी कटने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में लगातार भय का माहौल बना हुआ है। वहीं अभी तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है। सोशल मीडिया पर यह मामला बड़ी तेजी से छाया हुआ है। अफवाहें भी जोरों पर हैं। इन घटनाओं के पीछे कोई एक कीड़े का नाम बता रहा है तो कोई चुडै़ल या अदृश्य शक्ति, वहीं कुछ लोग आए दिन फोटो पोस्ट कर बता रहे हैं कि विभिन्न स्थानों पर चोटी काटने वाले गैंग के सदस्य पकड़े गए हैं। हालांक पुलिस के अनुसार ऐसा कुछ भी नहीं है।
आखिरकार वहीं हुआ जो सच था। ग्रामीणों द्वारा चुटिया काटने के आरोप में पुलिस को पकड़कर दिये गए दो युवकों व एक बुजुर्ग महिला को मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के चिकित्सकों ने मानसिक रोगी घोषित कर दिया है। सोमवार को तीनों लोगों को पुर्नवास के लिए रोहतक भेजा गया है। मानसिक रोगियों के लिए जिले में काम कर रही सामाजिक संस्था के सरंक्षक साहुन खान ने बताया कि नगीना व फिरोजपुर झिरका पुलिस द्वारा नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लाये गए तीनों रोगियों की डॉक्टरों की रिपोर्ट आ गई है जिसमें साफ लिखा है कि ये पागल है।
मेवात से काफी सारे भिखारी गयाब हुए हैं
मेवात जिले से महिलाओं के बाल काटने की काफी घटना सामने आ रही हैं। यह भी देखा गया है कि शहरी इलाकों से कई सारे भिखारी गायब भी हो रहे हैं। सरपंच फजरूदीन बेसर और पंचायत समिति सदस्य शमीम का कहना है कि कई भिखारियों ने इस घटना के डर से मेवात के इलाके को छोड़ दिया है। उन भिखारियों को इस बात का डर है कि लोग उन्हें चोटी काटने वाला समझकर पीटने न लगें।
पलवल जिले में चोटी कटने का भय लगातार बढ़ता जा रहा है। जितनी भी पीड़िता सामने आई हैं अधिकतर बेहोश हो जाती हैं और कई तो बदहवासी की हालत में हैं। नूंह मेडीकल कालेज के चिकित्सक भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं। इस कारण महिलाओं ने ताबीज आदि पहनने शुरू कर दिए हैं। हिंदू समाज की अधिकतर महिलाओं ने अपने घरों के मुख्य द्वार पर हल्दी का पंजा व स्वास्तिक छापने शुरू कर दिए हैं।
सोमवार को हथीन के गांव मलाई से नुसरत पत्नी इनाम की दिनदहाड़े चोटी कट गई। चोटी कटते ही वह सुधबुध खो बैठी। इससे पूर्व बहीन निवासी बच्चू (लाइनमेन) एवं उसके बड़े भाई भगत सिंह की लड़कियों की चोटियां कट गईं। ग्रामीणों ने बताया लड़की कीर्ति और आरती अपने घरवालों के पास साथ-साथ चारपाई बिछा कर सोई हुई थी। जब सुबह अपनी भैंस को चारा डालने के लिए जगा तो उसे लड़कियों के बाल कटे व फैले हुए दिखाई दिए।
राजस्थान और हरियाणा के गांवों में चोटी कटने की घटनाओं के बाद अब नंदगांव में इस प्रकार के मामले सामने आने लगे हैं। सोमवार को लौहरबारी गांव में एक महिला की चोटी कट गई है। जबकि रविवार को इसी क्षेत्र गांव भड़ौखर में महिला की चोटी कटने का हल्ला मचा था।
अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर की जाएंगी जांच
पुलिस का कहना है कि महिलाओं की चोटी काटने की घटनाएं दिल्ली के अलावा राजस्थान और हरियाणा में भी हुई है। दिल्ली पुलिस उन राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर घटनाओं की जांच करेगी। जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस ऐसी हरकतें करने वालों और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखे हुए है। पुलिस ने अनधिकृत प्रवेश, महिला की अस्मिता को ठेस पहुंचाने और चोट पहुंचाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुरुग्राम की एसीपी तान्या सिंह ने बताया कि चोटी कटने के मामले में कोई घर में ना तो चोरी की जाती है और ना ही कोई मारपीट की जाती है। महिलाओ की चोटी कटकर गिर रही है। इसलिए उन्होनेें औरतों को संदेश दिया है कि घर में किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर न घुसने दे और किसी भिखारी को भीख न दे। अगर कोई बाहरी आदमी जिस पर संदेह हो तुरंत पुलिस को सूचना दे।