भाजपा के असंतुष्ट विधायक घनश्याम तिवाडी ने एक बयान में परनामी के इस्तीफे पर कहा कि सरकार के गुनाहों तले दबी जनता परनामी के इस्तीफे से गुमराह नहीं होने वाली है।
दीनदयाल वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष तिवाड़ी ने कहा, “राजस्थान के लिए अभी कठिनाइयों से भरा समय चल रहा है। इस पतझड़ के समय में कांग्रेस-भाजपा के पत्ते झड़ेंगे, लेकिन वाहिनी की नए बसंत की कोपलें भी फूटेंगी और पूरे उत्साह के साथ राजस्थान के लोग नवनिर्माण की दिशा की ओर अग्रसर होंगे। वाहिनी के प्रदेश के समर्थक और कार्यकर्ता राजस्थान के नवनिर्माण में अपना योगदान देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।”
तिवाडी ने आरोप लगाया कि इन दिखावटी परिवर्तनों से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा साढ़े चार साल तक जनता के ऊपर किए गए अपराधों का बोझ कम नहीं होने वाला। ये लोग सोच रहे हैं कि ऐसे परिवर्तनों से वे अपने गुनाहों को ढक लेंगे। लेकिन जनता सब समझती है और वह अपने मन में इन्हें हटाने का निर्णय ले चुकी है। ये लोग चाहे कितनी भी और कैसी भी राजनीतिक जोड़-तोड़ कर लें राजस्थान में इनकी पराजय तय हो चुकी है।”
उन्होंने आरोप लगाया, “मुख्यमंत्री द्वारा परनामी को हटाने का निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ दिल्ली में हुई बैठक में लिया गया था। इस निर्णय के बाद राज्य की जनता के सामने वसुंधरा राजे और अमित शाह की मिलीभगत भी सामने आ गयी है।”
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने आज पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। परमानी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य नियुक्त किया गया है।
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