रांची : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद अमित शाह ने कहा कि स्वच्छता के संस्कार को हमें विकसित करना है। जब तक यह विकसित ना हो तब तक इस अभियान को निरंतर चलाना है। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री बनने बाद स्वच्छता की ओर ध्यान दिया और इसे एक जन आंदोलन बनाया है। आजादी के बाद से इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया था। इस आंदोलन एवं अभियान की वजह से अब हजारों गांव, शहर, कस्बे खुले में शौच से मुक्त हो रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि पूरे देश में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है इसमें शपथ का ही महत्व है इस शपथ का निर्वहन हमें करना चाहिए। ताकि मोदी जी की अपील पर स्वच्छ भारत अभियान में हम सब अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि स्वच्छता सेवा भाव ही है। प्रधानमंत्री के इस आह्वान को हम सब भारत वासियों को आत्मसात करना चाहिए। स्वच्छता के इस अभियान को सेवा भाव से करना ही हमारा धर्म है। 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक हम इसे अभियान के रूप में संचालित करें और स्वच्छ झारखंड स्वच्छ भारत के निर्माण में भागीदार बनें। श्री दास ने कहा कि स्वच्छता के संकल्प को पूर्णत: क्रियाभाव में लाकर 2018 में स्वच्छ झारखंड के लक्ष्य को हमें प्राप्त करना है।
राज्य का एक.एक जन हमारे लोकसेवक, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, युवा और सभी लोग स्वच्छता के इस अभियान में भागीदार बनें और स्वस्थ झारखंड एवं स्वच्छ भारत का निर्माण करें। प्रधानमंत्री ने कहां है कि जब हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएं तो स्वच्छ भारत गांधी जी के चरणों में अर्पित करें। इस निमित्त हमें स्वच्छता के अभियान को मजबूती देना है और इसकी शुरुआत अपने आसपास और खुद से करनी है।
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि झारखंड में 14 साल के कार्यकाल में शहरी क्षेत्र में मात्र 19000 शौचालय का निर्माण हुआ था। राज्य सरकार ने अपने 1000 दिन के कार्यकाल में 1 लाख नब्बे हजार शहरी शौचालय बनाने का कार्य किया है। शहरी क्षेत्र के अंदर अन्य बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। स्वच्छ भारत अभियान के लिए राज्य सरकार बढ़-चढ़कर भागीदारी निभा रही है। 2018 तक हमें झारखंड को स्वच्छ झारखंड के रूप में विकसित करना है। राज्य के अंदर मुख्यमंत्री और केंद्र में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जन आकांक्षाओं के अनुरुप कार्य हो रहे हैं।
– पंजाब केसरी