दंतेवाड़ा : एक बार फिर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जवानों द्वारा की गई फायरिंग में एक बेकसूर घायल हो गया। यहां जवानों द्वारा चलाई गई गोली 11 साल के एक बच्चे की कमर के नीचे लगने से वह बुरी तरह घायल हो गया। जवानों द्वारा की गई फायरिंग के बीच बच्चा वहां से भागकर जान बाचाने में कामयाब रहा और जैसे तैसे अपने घर पहुंचा, बाद में बच्चे के परिजनों ने उसे उपचार के लिए बचेली स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया,
जहां डॉक्टरों ने उपचार कर बच्चे के कमर के नीचे लगी गोली को निकाल दिया। बच्चे का नाम बोटीराम है जो कि ग्राम करका का निवासी है। बोटीराम ने बताया कि वह शनिवार की शाम करका के जंगलो में अपने साथियों के साथ मवेशियों को ढूंढने गया हुआ था, तभी उनका सामना जवानों से हो गया, जवानों को देखकर ये सभी भागने लगे, जिस पर इन जवानों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग के दौरान एक गोली उसकी कमर के नीचे लग गई,
फिर जैसे तैसे करके उसने अपनी जान बचाई और वापिस अपने गांव पहुंचा,जहां ग्रामीण उसे कावड़ से ढोकर तीस किलोमीटर दूर अकाशनगर लाये और वहा से एम्बुलेंस से बचेली स्थित अपोलो अस्पताल में रविवार को भर्ती कराया गया। वही ग्रामीणों की माने तो घटना के बाद बोटीराम के साथ जंगल गया बया सोमारू नाम का बच्चा अब तक लापता है, जिसकी तलाश उनके द्वारा की जा रही है। अपोलो अस्पताल के डॉक्टर एसएम हक ने बताया कि घायल बालक की कमर में लगी गोली को निकाल लिया गया है। जिसके बाद अब बच्चे की स्थिति खतरे के बाहर है।
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