श्योपुर : सीबीएसई बोर्ड से कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए राहतभरी खबर यह है कि अब उनसे परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। इसके बदले उनसे लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तीय प्रश्र पूछे जाएंगे,ताकि थोड़ा-बहुत लिखने पर भी उन्हें कुछ अंक मिल सकें। जबकि बहुविकल्पीय में यदि गलत उत्तर पर टिक लग गया तो उसका पूरा नंबर ही कट जाता है,जिससे विद्यार्थी के अंक में अंतर आ जाता है। सीबीएसई 12 वीं में छात्र-छात्राएं वार्षिक परीक्षा में बदले हुए प्रश्रपत्र के प्रारूप पर परीक्षा देंगे।
बोर्ड ने वर्ष 2018 में होने वाली वार्षिक परीक्षा से बहुविकल्पीय प्रश्रों को हटाने का फैसला किया है। इनकी जगह लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्र पूछे जाएंगे। सीबीएसई ने संबंधित स्कूलों को सर्कूलर भी जारी कर दिया है। जानकारों का मानना है कि बोर्ड ने यह फैसला विद्यार्थियों के हित में लिया है। इसे समझने की जरूरत है। खास बात यह है कि सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर बदले हुए प्रश्र पत्र का प्रारूप डाल दिया है। इस वेबसाइट से विद्यार्थी जानकारी हासिल कर सकते हैं। 12वीं परीक्षा का पेपर तीन वर्गों में तैयार किया जाएगा। इनमें लघु उत्तरीय,
अति लघुत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्र पूछे जाएंगे। सीबीएसई बोर्ड से जुडे़ टीचरों का कहना है कि यह फैसला विद्यार्थियों के हित में लिया गया है, ताकि उन्हें कुछ अंकों का फायदा मिल सके। हालांकि सीबीएसई के इस फैसले का विरोध भी होने लगा है। कई शिक्षकों का कहना है कि तीन घंटे के पेपर में बहुविकल्पीय प्रशन विद्यार्थियों के लिए काफी कारगर साबित होते हैं, क्योंकि उन्हें लिखने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है, सिर्फ उन्हें सही उत्तर पर टिक लगाना होता है। ऐसे में बहुविकल्पीय प्रश्नों को खत्म करना विद्यार्थियों के हितों पर कुठाराघात है। सीबीएसई की परीक्षा में अभी तक बहुविकल्पीय प्रश्र आते रहे हैं। अब तक बहुविकल्पीय सवालों में सही जवाब पर टिक करने पर छात्र को नंबर मिलते थे। जबकि गलत टिक करने पर कोई अंक नहीं मिलता था।
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