अगर आप भी अपने ‘आधार‘ को प्लास्टिक कार्ड के रूप में बनवाने जा रहे हैं या फिर ऐसा ही कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। आधार को स्मार्ट कार्ड के तौर पर इस्तेमाल करने वालों को लेकर यूआईडीएआई ने चेताया है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने प्लास्टिक के आधार कार्ड मसले पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आधार स्मार्ट कार्ड या प्लास्टिक कार्ड प्रयोग के योग्य नहीं है।
अगर आपने अपने आधार कार्ड पर लेमीनेशन करवा रखा है या आप प्लास्टिक स्मार्ट कार्ड प्रयोग करते हैं तो आपका QR कोड काम करना बंद कर सकता है और आपकी निजी जानकारी चोरी हो सकती है, भले ही आपकी मंजूरी हो या न हो, कोई भी आपकी निजी जानकारी का प्रयोग कर सकता है।
UIDAI ने कहा कि ‘प्लास्टिक या पीवीसी आधार स्मार्ट कार्ड्स गैर-जरूरी होते हैं। इनका क्विक रेस्पॉन्स कोड अक्सर काम करना बंद कर देता है। UIDAI के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा कि प्लास्टिक का आधार स्मार्ट कार्ड पूरी तरह से गैर-जरूरी और व्यर्थ है।
UIDAI के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा, ‘स्मार्ट या प्लास्टिक आधार कार्ड का कोई कॉन्सेप्ट ही नहीं है।’ यही नहीं उन्होंने लोगों को हिदायत देते हुए कहा कि किसी भी गैर-अधिकृत व्यक्ति से आधार नंबर साझा नहीं करपना चाहिए। यही नहीं यूआईडीएआई ने आधार कार्ड्स की डिटेल जुटाने वाली अनाधिकृत एजेंसियों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि आधार कार्ड की जानकारी हासिल करना या फिर उनकी अनाधिकृत प्रिटिंग करना दंडनीय अपराध है। ऐसा करने पर कानून के तहत कैद भी हो सकती है।
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