अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस दो दिन के भारत दौरे पर पहुंच गए हैं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जेम्स मैटिस का स्वागत किया। दोनों देशों के बीच डेलिगेशन स्तर की बातचीत भी हुई। इसके बाद उनकी (जेम्स मैटिस) पीएम मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात होगी। ऐसा माना जा रहा है कि भारत में मैटिस की यात्रा के दौरान फाइटर जेट एफ-16, ड्रोन डील के अलावा अफगानिस्तान को लेकर सुरक्षा की साझा चिंताओं का मुद्दा एजेंडे के टॉप में होगा।
Delhi: Delegation level talk between Defence Minister Nirmala Sitharaman and US Defence Secretary James Mattis. pic.twitter.com/otcgksWWlb
— ANI (@ANI) September 26, 2017
मैटिस के भारत दौरे में निगरानी और खुफिया सूचना इकट्ठा करने में मुस्तैद 22 अमेरिकी गार्डियन ड्रोन की खरीददारी का सौदा पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। बातचीत से पहले मैटिस इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर पुष्प अर्पित करेंगे और साऊथ ब्लॉक के लॉन में सेना के तीनों अंगों की ओर से दिए जाने वाले गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे।
सूत्रों के अनुसार दोनों पक्षों के बीच होने वाली बातचीत में नई संस्थागत व्यवस्थाओं को भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के दर्जे तक ले जान पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है। इस बातचीत के दौरान संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने और हाईटेक रक्षा उपकरण की बिक्री पर भी जोर दिया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मैटिस इस संदर्भ में भी चर्चा कर सकते हैं कि भारत को प्रमुख रक्षा साझेदार का दर्जा दिए जाने को लेकर कैसे आगे बढ़ा जा सकता है। मैटिस और सीतारमण अमेरिका की नई अफगान नीति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रमकता के बीच क्षेत्र के घटनाक्रमों पर चर्चा कर सकते हैं।
बता दें कि यह ट्रंप प्रशासन के तहत होने वाली कैबिनेट-स्तर की पहली भारत यात्रा है। पीएम मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत आने वाले एफ-16 और एफ-18ए के दो विशिष्ट प्रस्तावों पर चर्चा होगी। इसके अलावा महत्त्वकांक्षी डिफेंस टेक्नोलॉजी एंड ट्रेड इनिशिएटिव्स (डीटीआईआई) परियोजना के तहत नई परियाजनाओं की पहचान करने के प्रयास भी किए जाएंगे।