भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने और मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह की कोशिश करने वाली युवती के जेल में बंद पिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी। पीड़ित पक्ष ने विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है। राज्य सरकार का कहना है कि मामले की मजिस्ट्रेट से जांच करायी जाएगी और दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में चार नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली माखी थाना क्षेत्र निवासी लड़की के पिता को रविवार रात जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं। इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। मगर तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गई । उसकी उम्र करीब 50 वर्ष थी।
मृतक के परिजन ने बलात्कार के आरोपी बांगरमऊ से भाजपा विधायक सेंगर पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है। उनका इल्जाम है कि मुकदमा वापस ना लेने पर गत तीन अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारापीटा था। गम्भीर रूप से घायल होने के बाद पीड़ित माखी थाने में मुकदमे की तहरीर देने गया तो पुलिस ने पांच अप्रैल को उसी के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया। यह भी आरोप है कि पुलिस ने मुकदमे में विधायक के भाई का नाम निकालकर अन्य चार अभियुक्तों को नामजद कर दिया।
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि पीड़ित पक्ष के आरोप अगर सही हैं तो यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने के लिए तफ्तीश को उन्नाव से लखनऊ स्थानान्तरित कर दिया गया है। उन्होंने पीड़ित पक्ष के प्रति पूरी सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार न्याय दिलाने के लिये संकल्पबद्ध है। मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि मामले की जांच के लिए लखनऊ पुलिस की एक टीम गठित की गयी है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर, उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि ने बताया कि मामले के चार नामजद अभियुक्तों सोनू, बउवा, विनीत और शैलू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, माखी के थाना प्रभारी अशोक कुमार समेत 6 पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है। जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने कहा कि जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच करायी जायेगी। साथ ही मृतक का डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर ‘ट्वीट‘ के जरिये तंज करते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं कोचिंग की छात्रा की सरेआम गोली मारकर हत्या हो रही है, तो कहीं भाजपा विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सरकार से निराश होकर मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह कर रही है। क्या यही है ‘एन्काउंटर वाली‘ सरकार का खौफ, कि अपराधियों की जगह आज नारी आतंकित हो रही है।
मालूम हो कि माखी थाना क्षेत्र निवासी 18 वर्षीय एक युवती ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था। अदालत के आदेश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपियों के बजाय अपने पिता के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से क्षुब्ध होकर कथित बलात्कार पीड़ित युवती ने कल मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया था। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया था।
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