हरिद्वार : रुड़की और हरिद्वार में दलितों के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। रुड़की में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच पथराव-फायरिंग में कई पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए हैं। जबकि गोली लगने से एक रिक्शा चालक आैर एक अन्य घायल हो गया है। रुड़की गणेशपुर में हालात बेकाबू हैं। लोग घरों में छुप गए हैं। उधर, हरिद्वार में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे दलित समाज के लोगों पर जमकर लाठीचार्ज किया है। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है रुड़की और हरिद्वार में इंटरनेट और केबल टीवी पर रोक लगाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। हरिद्वार से लेकर रूड़की सहित लक्सर, बहादराबाद पर प्रदर्शन की शाम तक प्रदर्शन की सूचना आती रही।
हरिद्वार शहर के बड़ा बाजार, भीमगोडा, हरकी पौड़ी, अपर रोड़, भल्ला रोड, शिवमूर्ति, ललतारौ पुल, बस अड्डा सहित देवपुरा, ऋषिकुल, रानीपुर मोड़, ज्वालापुर सहित कनखल एवं शिवालिक नगर में जबरन दुकानें बंद कराई गई। एससी-एसटी उत्पीड़न प्रतिरोधक कानून को लेकर सोमवार देशव्यापी बंद के आह्वान पर हरिद्वार के बहादराबाद में करीब 120 गांवों से दलित समाज के लोग जुटे थे। सैनिक समता दल और भीम आर्मी के बैनरतले ये लोग बीएचईएल तिराहे पर धरना दे रहे थे। करीब दो से ढाई हजार लोगों के सड़क उतरने से हरिद्वार मार्ग पूरी तरह जाम हो गया था। सुबह करीब दस बजे से ग्रामीण धरने पर बैठे हुए थे। बताया जा रहा है कि एसएसपी के दस्ते में शामिल ब्लैक कमांडों ने भीड़ पर काबू करने के लिए कुछ लोगों पीछे करना शुरू किया।
इस दौरान लोगों पर हल्का बल प्रयोग किया गया। इस बीच लोगों में अफवाह फैल गयी कि पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया है। इससे भगदड़ मच गयी। आरोप है कि पीछे कुछ लोगों ने पुलिस के ऊपर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते भीड़ बेकाबू होने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। पुलिस प्रदर्शनकारियों ने पकड़-पकड़ कर पीटा। इस दौरान कई लोगों के घायल होने की सूचना है। पुलिस के लाठी भांजने के बाद प्रदर्शनकारी वहां से भाग खड़े हुए। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गयी है।
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– संजय चौहान