रायपुर : छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के विकास यात्रा के पड़ाव में उमड़ रहे जनसैलाब से सत्ताधारी दल के रणनीतिकार गदगद नजर आ रहे हैं। सरकार की अब तक की विकास यात्रा में सौगातों और घोषणाओं की झड़ी लगी है। वहीं घोषणाओं को तत्काल अमलीजामा पहनाने के लिए प्रशासनिक तंत्र ने भी कवायदें तेज की है।
राज्य में किसानों को समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान के एवज में बोनस और तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस ने बड़ी राहत दी है। इधर विकास यात्रा के दौरान ही सरकार ने लक्ष्य के तहत प्रदेश के करीब 50 लोगों को स्मार्ट फोन बांटने का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। विकास यात्रा को लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं का भी उत्साह बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर कर्नाटक के नतीजों ने भी हौसले में इजाफा किया है।
विकास यात्रा के आगाज के बाद बस्तर के पड़ाव में मिल रहे समर्थन को सरकार ने अपने लिए फायदेमंद माना है। वहीं दावे किए जा रहे हैं कि इस बार बस्तर बदलाव के मूड में है। सरकार विजय रथ भी बस्तर से शुरू करना चाहती है यही वजह रही कि सौगातों की झड़ी सबसे अधिक बस्तर में लगी है।
प्रदेश में फसल बीमा समेत अन्य क्षतिपूर्ति राशि के अभाव में जूझ रहे किसानों को खरीफ के पहले राहत मिलने का भी फायदा सरकार देख रही है। सत्ताधारी दल के रणनीतिकार नफे-नुकसान का आंकलन कर रणनीतियों को आगे बढ़ाने में जुटे हैं। आम तौर पर हर चुनावी साल की विकास यात्रा की तुलना में मौजूदा यात्रा अधिक निर्णायक और अहम मानी जा रही है।
इस यात्रा में केन्द्रीय मंत्रियों के जमावड़े के साथ भाजपा के राष्ट्रीय दिग्गज शिरकत कर रहे हैं। सूत्र दावा करते हैं कि पहले चरण के खत्म होने तक सरकार ज्यादातर क्षेत्रों में रियायतें बरसाकर आम लोगों को अपने पाले में लाने की कोशिशें करेगी। सरकार के लिए पहले चरण की 60 सीटें ही अधिक निर्णायक मानी गई है।
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