मोदी सरकार के 4 साल पर एबीपी न्यूज ने सीएडीएस के साथ मिलकर एक सर्वे जारी किया है। साल 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए किए गए सर्वे के अनुसार , आज के वक्त में अगर चुनाव हो तो भाजपा को अकेले बहुमत नहीं मिलेगा लेकिन एनडीए सरकार बनाने में कामयाब होगा।
आपको बता दे कि एबीपी न्यूज और सीएसडीएस के इस सर्वे में बीजेपी को पूर्वी भारत में जबरदस्त फायदा मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि क्षेत्रीय पार्टियों के गठबंधन को उत्तर भारत और दक्षिण के कुछ राज्यों में बढ़त मिलने की बात कही जा रही है।
सर्वे में 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को करीब 37 फीसदी, यूपीए को 31 फीसदी और अन्य पार्टियों को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। सीटों के आंकड़े की बात करें तो लोकसभा चुनाव में एनडीए को 274, यूपीए को 164 और अन्य दलों को 105 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। इसके साथ ही चुनाव से पहले सर्वे में राहुल गांधी की लोकप्रियता में इजाफा होने की भी बात सामने आई है।
वही , सर्वे के मुताबिक देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में महागठबंधन होने की स्थिति में एनडीए को 8 फीसदी वोट शेयर का नुकसान होते दिख रहा है। 2014 के चुनाव में करीब 43 फीसदी वोट हासिल करने वाले एनडीए को हाल की स्थिति में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान 35 फीसदी वोट मिलने की बात कही जा रही है, जिसके कारण उसे करीब 8 फीसदी वोट का नुकसान होता दिख रहा है। सर्वे में एनडीए को 35%, यूपीए को 12% और अन्य (एसपी-बीएसपी-अन्य दल) को करीब 53% वोट मिलने की बात कही जा रही है।
वहीं ,सर्वे में बीजेपी को गोरखपुर और फूलपुर में हुई हार के कारण नुकसान होता भी दिख रहा है। वहीं दूसरी ओर सर्वे में महागठबंधन की स्थिति में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को करीब 4 फीसदी वोट का फायदा मिलता दिख रहा है।
महाराष्ट्र में यूपीए को फायदा हो रहा है, सर्वे में यूपीए को 40 फीसदी जबकि एनडीए को 48 फीसदी वोट मिल रहे हैं। वहीं 2014 में एनडीए को 51 फीसदी और यूपीए को 35 प्रतिशत वोट मिले थे। सर्वे के मुताबिक, शिवसेना के साथ लड़ने पर भाजपा को फायदा होगा।
वही , गुजरात में भी यूपीए को फायदा और एनडीए को हल्का सा नुकसान हो रहा है। सर्वे के अनुसार, 2019 के इलेक्शन में यूपीए को 42 फीसदी जबकि एनडीए को 54 फीसदी वोट मिल रहे हैं। वहीं 2014 में एनडीए को 59 फीसदी और यूपीए को 33 प्रतिशत वोट मिले थे। यहां बीजेपी का पांच प्रतिशत वोट घट रहा है जबकि कांग्रेस का 9 प्रतिशत बढ़ रहा है। गुजरात में भाजपा की सीटें भी घटने का अनुमान है।
सर्वे के मुताबिक, राजस्थान में भी कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है। यहां बीजेपी को 39 फीसदी और कांग्रेस को 44 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।
इस साल की शुरुआत में, कांग्रेस को छह विधानसभा उप-चुनावों में से चार और राज्य में दो संसदीय उप-चुनाव में जीत मिली थी. अशोक परनामी के बाद बीजेपी को राज्य का कोई अध्यक्ष नहीं मिला है।
आपको बता दें कि उप चुनावों में हार के बाद 16 मार्च को राज्य पार्टी अध्यक्ष के रूप में अशोक परनामी ने इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पार्टी में गुटबाज़ी से परेशान है. लोग भी वसुंधरा राजे से नाराज़ चल रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। शिवराज सिंह चौहान लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में है। लेकिन सत्ता विरोधी लहर के चलते उनके लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा।
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