संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर असमंजस के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से केंद्र पर हुए हमले पर बीजेपी ने पलटवार किया। आपको बता दे कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने तंज कसते हुए पूछा कि कांग्रेस में संसद के प्रति इतनी आस्था कैसे जग गई। अगले कुछ दिनों मे कांग्रेस अध्यक्ष की कमान लेने जा रहे राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि इतने वर्षो में उनकी उपस्थिति कभी भी अच्छी नहीं रही।
बता दे कि संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आलोचना करने के बाद संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने मंगलवार को कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र बुलाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। अनंत कुमार ने कहा कि अगले कुछ दिनों में तारीखों की घोषणा कर दी जाएगी।
इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद के शीतकालीन सत्र को ‘तुच्छ आधार’ पर स्थगित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि गुजरात में चुनाव है, सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अभी सत्र बुलाना नहीं चाहती।
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा, ‘मोदी सरकार अपने घमंड में कमजोर आधार पर शीतकालीन सत्र में देरी कर भारतीय संसदीय लोकतंत्र पर काली छाया डाल रही है। मोदी सरकार अगर यह सोच रही है कि लोकतंत्र के मंदिर को बंद कर वह आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले संवैधानिक जिम्मेदारी से भाग जाएगी, तो वह भूल कर रही है।
वही , कांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि हमें सरकार चाहिए थी। लेकिन मोदी सरकार चुनाव लड़ने-लड़ाने की मशीन की तरह काम कर रही है। अगर सत्र बुलाया गया तो सरकार की पोल खुल जाएगी. इसी वजह से सत्र में देरी की जा रही है।
विपक्ष के आरोपों के पर संसदीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा है कि सरकार जल्द ही सीसीपी की बैठक बुलाकर शीतकालीन सत्र की तारीखों का एलान करेगी। उन्होंने कहा कि सत्र में कोई देरी नहीं हो रही है। तारीख आगे-पीछे होती रहती हैं। पलटवार करते हुए मेघवाल ने कहा कि यह कांग्रेस के जमाने में भी होता रहा है और उनके आरोप बुनियाद हैं।