पटना : राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बयान जारी कर कहा है कि उलट कर देखा जाए तो नीति आयोग के सीईओ अमरकांत का बयान बिल्कुल सही है। बिहार सहित जिन पिछड़े राज्यों का नाम उन्होंंने गिनाया हैं वे क्यों पिछड़े हैं इसको समझने की पढ़ाई उन्होने नहीं की है।
अगर इसकी पढ़ाई उन्होने की होती तो वे समझ जाते कि इन राज्यों को बगैर पिछड़ा रखे विकसित माने जाने वाले राज्यों का विकास संभव ही नहीं था। अंग्रेजों के जमाने से यह सिलसिला चल रहा है। क्योंकि विकास का हमारा ढांचा पूंजीवादी है। उन्होंने बताया कि पूंजीवादी विकास बगैर उपनिवेश के मुमकिन ही नहीं है।
चुकि भारत का कोई बाहरी उपनिवेश नहीं है। इसलिए पूंजीवाद ने अपने विकास के लिए आंतरिक उपनिवेश बनाया है। जिन राज्यों को विकास के बाधक के रूप में अमरकांत देख रहे हैं दरअसल वे पूंजीवादी विकास के आंतरिक उपनिवेश हैं। अपनी नासमझी की वजह से अमरकांत वह बोल गए जो उन्हें नहीं बोलना था।
दरअसल देश जहां पहुंच गया है वहां से आगे बढऩा मुमकिन नहीं है। शायद इसी की नासमझी से उपजे खीज ने उनसे वह बोलवा दिया जिसकी वजह से वे निशाने पर हैं। एक ज़माने में वैश्वीकरण और खुले बाज़ार का सबसे मज़बूत पैरोकार अमेरिका अब उसके उलटे रास्ते पर है। विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बैंक द्वारा वैश्वीकरण और आर्थिक उदारीकरण के रास्ते विकास का मंत्र देने वाले अमेरिका की हालत डंवाडोल है।
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