पिछले कई वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की जो छवि बननी चाहिए थी वह जब दिखाई नहीं दे रही थी ऐसे में मोदी सरकार 2014 में जब सत्ता में आई तो प्रधानमंत्री मोदी ने पहला मिशन यही रखा कि दुनिया में कोई देश भारत को हल्के में न ले। मोदी जी ने एक के बाद एक कई राष्ट्रों की यात्रा की और विदेश में लोगों ने उन्हें सिर-आंखों पर बिठाया। आज इस बात की चर्चा इसलिए की जा रही है कि मोदी सरकार को तीन वर्ष हो चुके हैं और देश के अंदर कालाधन, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, महंगाई जैसे मुद्दे सिर उठाए हुए थे तो वहां भी मोदी सरकार ने लोगों की उम्मीद के मुताबिक बहुत कुछ किया लेकिन उनकी विदेश यात्राओं ने सचमुच भारत की साख को, भारत की ताकत को और भारत की पहचान को एक नई दिशा दी। लिहाजा इस दृष्टिकोण से कल तक उनकी विदेश यात्राओं को लेकर चीखने-चिल्लाने वाले लोग अब शांत होकर बैठ गए हैं।
पीएम मोदी ने आज की तारीख तक अब तक 56 राष्ट्रों की विदेश यात्रा की है जो कि सैर-सपाटा नहीं थी, बल्कि परमाणु करार, सुरक्षा से जुड़े उपकरणों की आपूर्ति, विमानों और अत्याधुनिक अस्त्र-शस्त्र की सप्लाई के लिए देश का प्रतिनिधित्व करना बहुत जरूरी था, मोदी ने इसे प्रमाणित किया। सर्वशक्तिमान अमेरिका, रूस, फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया और जापान तथा चीन जैसे देशों की यात्रा करके मोदी ने सिद्ध कर दिया कि भारत किसी से कम नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सार्क सम्मेलन हो या जलवायु सम्मेलन या फिर दक्षिण एशियाई सम्मेलन हो या ब्रिक्स सम्मेलन, एक बात पक्की है भारत पूरी दुनिया को मित्र मानता है और पूरी दुनिया का मित्र बनकर ही अपनी बात रखता है। आतंकवाद के मामले पर पूरी दुनिया को एक मंच पर लाने वाले मोदी ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ सब एक हो जाएं तो इसकी कमर तोड़ी जा सकती है। आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, उसका मकसद तो इंसानियत का खून बहाना है जिसे वैश्विक स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। आईएस के आतंकवादी या पाक प्रायोजित आतंकवादी पूरी दुनिया में रह-रहकर अपनी घिनौनी हरकतें कर रहे हैं लेकिन पूरी दुनिया एकजुट होकर इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
यूएई, बंगलादेश, नेपाल, सिंगापुर, श्रीलंका, मंगोलिया, सेशल्स, अफगानिस्तान, भूटान जैसे छोटे राष्ट्रों को भी मोदी ने मित्र बनाया और वक्त पडऩे पर उनके मददगार भी बने। बात केवल इतनी थी कि देश में एक वह प्रधानमंत्री कल तक था जो चुप रहता था। बात देश की प्रतिष्ठा की थी और आज की तारीख में दुनिया के हर देश को पता है कि भारत को कमजोर नहीं आंका जा सकता। मैत्री संबंधों के अलावा व्यापारिक स्तर पर भारत ने अपने रिश्ते न केवल स्थापित किए हैं बल्कि उन्हें सींचा है। यही वजह है कि आज बड़े-बड़े देश भारत से रिश्ते बनाकर यहां अरबों-खरबों रुपए का निवेश कर रहे हैं। ऐसे में हमारी अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनी है और इसका श्रेय मोदी जी को ही दिया जाना चाहिए। दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति ओबामा को मोदी ने ही झुकाया था। पड़ोसी दुश्मन देश के प्रधानमंत्री शरीफ और उसकी कश्मीर की हेकड़ी मोदी ने ही निकाली है। ड्रैगन के फुंफकारते फन को मोदी ने ही कुचला है। परमाणु ऊर्जा के लिए यूरेनियम आपूर्ति आस्ट्रेलिया से सुनिश्चित करने का काम मोदी ने ही किया है और अब जलवायु सम्मेलन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प की हवा भी मोदी ही टाइट करेंगे।
फिर भी देखने वाली बात यह है कि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम मोदी ने जिस तरह से किया वह काबिले तारीफ है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसे बेनकाब किया गया परंतु उसने आतंक का घिनौना खेल जारी रखा लिहाजा आए दिन संघर्ष विराम उल्लंघन जब-जब पाक की तरफ से हो रहा है उसको मुंहतोड़ जवाब भी मिल रहा है। हमारी अंतर्राष्ट्रीय नीति, जो विदेशी संबंधों की परिधि में है, के तहत मोदी ने देश का नाम रोशन किया है और विपक्ष को समझ लेना चाहिए कि अगर भारत का रुतबा है तो हर नागरिक की शान बढ़ेगी। मोदी अगर कल तक 56 इंच के सीने की बात करते थे तो विदेशों में बैठे हुए करोड़ों नागरिक खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं। अमेरिका, रूस, आस्टे्रलिया, जापान, चीन और इंग्लैंड के अलावा कनाडा हो या फिर अफगानिस्तान और नेपाल तथा यूएई जैसे राष्ट्र, मोदी को वहां लोगों ने सिर-आंखों पर बैठाया। सारी दुनिया यह नजारा टीवी पर देख चुकी है और मानने लगी है कि भारत किसी से कम नहीं है।
यूएनओ की सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य और एनएसजी का सदस्य बनने के लिए भारत जीतोड़ कोशिशें कर रहा है। जो कूटनीति चाहिए भारत उसका हल ढूंढ़कर अडंग़ा डालने वाले चीन से भी संवाद बनाए हुए है। समय आने पर इसका परिणाम भी मिलेगा। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान द्वारा फांसी की सजा देने की घोषणा का मुंहतोड़ जवाब पीएम मोदी ने ही दिया है। उसे एक नई जिंदगी की बधाई का काम मोदी सरकार ने किया है। इस मामले में मोदी की टीम विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल का कमाल भी कम नहीं रहा। अहम बात यह है कि आने वाले दिनों में मोदी राष्ट्रीय विकास और लोगों के जीवन स्तर के उत्थान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जिन योजनाओं को ला रहे हैं वे कम नहीं हैं। देशवासी नोटबंदी से लेकर स्मार्ट सिटी तक, कालेधन के खात्मे से लेकर भ्रष्टाचार पर चोट तक मोदी पर भरोसा कर रहे हैं। लिहाजा इन्हें उपलब्धियां मानना चाहिए और हमें इन पर नाज है। देश मोदी सरकार के हाथ में सुरक्षित है जो बिना किसी भेदभाव के हर गरीब, अमीर और जाति-पाति से ऊपर उठकर काम कर रही है। ऐसी सरकार, ऐसे पीएम और ऐसी वर्किंग स्टाइल को हम स्वीकार करते हैं और विश्वास है कि मोदी का यह तेवर बरकरार रहेगा। देश की शान मोदी से है और मोदी इस वक्त भारत के साथ-साथ दुनिया के नक्शे पर एक लोकप्रिय नेता के रूप में उभर रहे हैं लिहाजा हमें इस पर नाज है।