फिल्मों में सबसे ज्यादा भले ही हीरो या हेरोइनों को पसंद किया जाए या फिर फिल्म हिट होने का क्रेडिट सबसे ज्यादा अभिनेता और अभिनत्री को दिया जाए पर विलेन के किरदार को काम नहीं आँका जा सकता। जरा सोचिये अगर फिल्म में विलेन ही न हो तो फिल्म कैसी लगेगी जिसमे रोमांच ही नहीं होगा। कहानी में ट्विस्ट लाने के लिए सबसे बड़ा फैक्टर ही नेगेटिव किरदार का होता है। आज हम आपको बता रहे है बॉलीवुड की उन टॉप महिला विलेन के बारें में जिन्होंने अपने अभिनय से किरदारों में जादू किया की आज भी दर्शक उन्हें याद करते है।
5. ललिता पवार: एक हद तक देखा जाए तो बॉलीवुड की सबसे पुरानी लेडी विलेन यही हैं। गौर से देख लीजिए इस चेहरे को बहुत सी यादें ताजा हो जाएंगी। ऐसा नहीं है कि वो सिर्फ विलेन का ही रोल प्ले करती थीं बल्कि उन्होंने कई फिल्मों में लीड रोल भी प्ले किए हैं। 1928 से 1987 तक इन्होंने फिल्मों में काम किया है। फिल्म गाइड में देवानंद की मकान मालकिन के रोल में इन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
4. अरुणा इरानी: हीरोइन के तौर पर सफलता न पाते हुए भी पर्दे पर लंबी पारी खेलते हुए दर्शकों के दिलो-दिमाग पर अपनी छाप अंकित कर देने वाली अभिनेत्रियों में से रही हैं अरुणा ईरानी। इन्होंने फिल्म बेटा में सौतली मां का रोल प्ले किया था। अरुणा ईरानी कई फिल्मों में मां का रोल कर चुकी हैं। जितनी सुर्खियां एक्ट्रेसेस लीड रोल करके नहीं कमा पाती, उससे कहीं ज्यादा फेम बतौर को-एक्ट्रेस अरुणा ईरानी ने बटोरा।
3. स्मिता जयकर: स्मिता जयकर ने कई फिल्मों में मां का रोल प्ले किया है। लेकिन जो एक्टिंग उन्होंने ‘देवदास’ में की है वो सच में सराहनीय है। फिल्म संजय लीला भंसाली ने बनाई थी। शाहरुख, ऐश्वर्या और माधुरी के साथ-साथ जैकी दादा भी थे इसमें। लेकिन स्मिता जयकल ने अपनी दमदार एक्टिंग का तड़का लगाकर फिल्म का स्वाद बेहतरीन बना दिया था।
2. राम्या कृष्णन: ये हैं बाहुबली की राजमाता शिवगामी देवी। बाहुबली और बाहुबली 2 में राम्या कृष्णन की बेहतरीन परफॉर्मेंस को देखकर यह सोचना भी काफी मुश्किल है कि कोई और एक्टर उनके किरदार को निभा सकता था। अच्छे-अच्छे विलेन भी इनके आगे फीके पड़ते हैं। भले ही लोग इन्हें साउथ की एक्ट्रेस मानते हैं लेकिन बॉलीवुड में भी इन्होंने कई फिल्मों में धमाल मचाया है।
1. सुप्रिया पाठक: फिल्म रामलीला में दीपिका की मां के रोल में दिखी थीं सुप्रिया पाठक। काले कपड़े, पूरा गुजरातियों वाला लुक। हाथ में धूनी लेकर वो बाल खोलकर नाचती है। इनकी दमदार एक्टिंग लीड रोल में रहे एक्टर्स पर भी भारी पड़ी थी। फिल्म में जान डालने वाली सुप्रिया पाठक ही थीं, वरना फिल्म इतनी न चलती।