बॉलीवुड से आये दिन कोई न कोई ऐसी घटना सामने आती है जो हमे ये सोचने पर मजबूर कर देती है की इस चकाचौंध भरी जिंदगी के पीछे की स्याह दुनिया कितनी अँधेरी है। जब कोई स्टार बुलंदी पर होता है तो पूरी दुनिया उसे सलाम करती है पर जब सफलता का दौर खत्म होता है तब कोई पूछने वाला तक नसीब में नहीं होता।
70 और 80 के दशक के कई ऐसी कलाकार है जो अपने जमाने में खूब चर्चित थे पर आज गुमनामी के ऐसे अँधेरे में है की यकीन नहीं होता। 70 के दशक में ऐसी ही अदाकारा थी नाम है रेहाना सुल्तान। ये अभिनेत्री अपने समय में बोल्ड अभिनय के लिए काफी चर्चा में रही पर आज ऐसी स्थिति में है की एक एक पाई के लिए मोहताज है।
आर्थिक तंगी झेल रही रेहाना सुल्तान की सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन (CINTAA) हर महीने आर्थिक मदद करता है। 19 नवंबर, 1950 को इलाहाबाद में जन्मीं रेहाना ने पुणे के FTII से एक्टिंग में ग्रेजुएशन पूरी की। इसके बाद उन्हें 1967 में विश्वनाथ अयंगर द्वारा डिप्लोमा फिल्म ‘शादी की पहली सालगिरह’ में एक्टिंग करने का मौका मिला।
डायरेक्टर राजिंदर सिंह बेदी की 1970 में आयी फिल्म दस्तक में रेहाना ने लीड एक्ट्रेस का रोल निभाया। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस नेशनल अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया था। दस्तक फिल्म में उन्होंने बेहद बोल्ड दृश्य देकर उस दौर में सनसनी मचा दी थी। इस फिल्म का पोस्टर उनके बोल्ड किरदार का अक्स भर है।
इसके बाद फिल्म चेतना में उन्होंने के कॉल गर्ल का किरदार निभा कर सभी परम्पराओं को तोड़ दिया। अभिनेत्रियों की साफ़ सुथरी छवि के किरदारों से बाहर आकर उन्होंने उस जमाने में बोल्ड सीन किये जब बाकी अभिनेत्रियां ऐसे किरदारों के बारे में सोचती तक नहीं थी। इसके बाद रेहाना ने ‘हार-जीत’ (1972), ‘प्रेम पर्वत’ (1973) और ‘किस्सा कुर्सी का’ (1977) जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
लेकिन रेहाना की उस वक्त बॉलीवुड में एक बोल्ड अभिनेत्री की छवि बन गयी थी और साफ़ सुथरे किरदारों में दर्शकों ने उन्हें नकार दिया। रेहाना ने 1984 में 34 साल की उम्र में खुद से 16 साल बड़े फिल्म डायरेक्टर बीआर इशारा से शादी की थी।
रेहाना के पति बीआर इशारा 2012 में इस दुनिया से चले गए थे। आखिरी दिनों में इशारा ने फिल्में बनाना भी छोड़ दिया था। जिसकी वजह से वो रेहाना के लिए कोई प्रॉपर्टी या बैंक बैलेंस भी छोड़कर नहीं जा सके थे।