जम्मू : जम्मू & कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी से आज कड़ी सुरक्षा के बीच 4,400 से अधिक तीर्थयात्री 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के अमरनाथ गुफा मंदिर के आधार शिविर के लिए रवाना हुए। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल होने के बाद यह तीर्थयात्रा शुरू हुई।
भारी बारिश के कारण भूस्खलन की कई घटनाओं की वजह से कल जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध हो गया था। इसके बाद जम्मू शिविर से यात्रा निलंबित कर दी गयी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘जय भोले नाथ ‘ और ‘बम बम भोले ‘ के नारे लगाते हुए 3,298 पुरुष, 986 महिलाएं और 193 साधू एवं ट्रांसजेंडर 142 वाहनों के काफिले और CRPF की सुरक्षा में अमरनाथ के लिए रवाना हुए।
आज के जत्थे को मिलाकर इस साल 28 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 9,238 तीर्थयात्री और साधू जम्मू से अमरनाथ के लिए रवाना हो चुके हैं। यह तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था था।
बताया जा रहा है की तीर्थयात्रियों का काफिला तड़के 4.15 बजे रवाना हुआ। किसी भी वाहन को सुरक्षा कारणों से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जवाहर सुरंग से गुजरने की मंजूरी नहीं दी गई। रामबन जिले में भूस्खलनों की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। जिसके बाद से किसी भी तीर्थयात्री को घाटी में जाने की अनुमति नहीं दी गई। यह 40 दिवसीय यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और यह 7 अगस्त को समाप्त होगी. अभी तक 10,000 तीर्थयात्री अमरनाथ की गुफा के दर्शन कर चुके हैं।