अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज और श्री कल्कि फाउंडेशन के संस्थापक आचार्य प्रमोद कृष्णम का नाम भी शामिल है। दोनों बाबाओं के किसी संन्यासी परंपरा से न होने के कारण यह फैसला लिया गया है।
वहीं सरकार के रवैये से खफा अखाड़ा परिषद ने यह भी फैसला लिया है कि वे कुम्भ 2019 का शाही स्नान भी नहीं करेंगे और न ही कोई सरकारी सुविधा लेंगे।
अखाड़ा परिषद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह दोनों बाबा किसी सन्यासी परंपरा से नहीं आते हैं, इसलिए इन्हें फर्जी सूची में रखा गया है। आपको बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णन समय-समय पर कांग्रेस के हित में बड़े बयान देते रहते हैं और उन्हें कांग्रेस का एक बड़ा हितकर माना जाता है।
लेकिन अब उनका नाम फर्जी बाबाओं की लिस्ट में आने से एक बार पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। फिलहाल इलाहाबाद में हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में कई अखाड़े के प्रमुख शामिल हुए, जिन्होंने सर्वसम्मति से इन दोनों बाबाओं के नाम पर सहमति व्यक्त की और इन्हें फर्जी बाबा करार कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दो लिस्ट जारी की थी जिसमें अब तक 18 फर्जी बाबाओं के नाम सामने आ चुके हैं । इस तीसरी लिस्ट में 2 नाम आ जाने के बाद फर्जी बाबाओं की संख्या 20 हो गई है। फिलहाल अखाड़ा परिषद की बैठक अभी भी चल रही है और इस में लिए जाने वाले प्रस्ताव की जानकारी सीधे मुख्यमंत्री को भी दी जाएगी।
गौरतलब है कि कुंभ मेले के दौरान फर्जी बाबाओं पर नकेल लगाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। जिस पर पिछले दिनों सीएम योगी ने भी अपनी सहमति दी थी। अब उसी क्रम में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आज बैठक करते हुए सर्वसम्मति से आचार्य प्रमोद कृष्णन और चक्रपाणि महाराज को फर्जी बाबाओं की सूची में डाल दिया है।
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