शक्ति, सामथ्र्य और सफलता का प्रतीक नवरात्र स्थापना पर आज समूचे राजस्थान में घर-घर में घट स्थापना के साथ देवी आराधना की गयी। नवरात्रा स्थापना के कारण आज सवेरे से देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गयी। इस अवसर पर मंदिरों को विशेष तौर पर सजाया गया। घट स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र नौ दिन तक चलेगा। अष्टमी पूजन 28 को किया जाएगा।
राजधानी जयपुर में आमेर की शीला देवी मंदिर में सवेरे से ही भारी भीड़ जमा हो गयी। मंदिर में माता शीला देवी की घट स्थापना छह बजकर 21 मिनट पर की गयी तथा श्रद्धालुओं के लिये साढ़े सात बजे मंदिर के पट खोले गये मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त मां के दर्शन करने पहुंचे। देवी मंदिर मां के जयकारों से गुंजायमान हो गए। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिरों में सुरक्षा की कडी व्यवस्थाएं की गई हैं।
मंदिर मंडल की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिये पानी और आवश्यक सुविधाओं की प्रयाप्तवस्था की गयी है। इसके साथ ही मंदिर परिसर और उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। नवरात्रा के मद्देनजर आमेर महल पर प्राय: होने वाली हाथी की सवारी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों के रात्रि में विश्राम पर रोक लगा दी गयी है। आमेर स्थित शीला देवी मंदिर सुबह छह बजे से अपरान्ह बारह बजे तथा सांय चार बजे से रात्रि साढ़े आठ बजे तक आम श्रद्धालुओं के लिये खुला रहेगा। अपरान्ह साढ़े बारह बजे से चार बजे तक मंदिर के पट बंद रहेगें।
जयपुर में आमेर के शीलामंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में भी नवरात्र स्थापना की गयी और मंदिरों को आर्कषक तौर पर सजाया गया है। नवरात्रि की स्थापना के साथ ही बाजारों में भी रौनक बढऩे लगी है और इसी के साथ ही आज से जगह-जगह गरबा नृतत्य के आयोजन भी शुरू हो जायेगें। शुभ और मांगलिक कार्यों, नई खरीदारी, वस्त्र, आभूषण, भूमि, भवन, वाहन, बर्तन, घर के डेकोरेशन के सामान खरीदने के लिए कई शुभ योग रहने की संभावना के मद्देनजर आम लोगों में खरीददारी के प्रति उत्साह है।
राजस्थान के जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर और भरतपुर संभाग में भी घट स्थापना के साथ ही जगह जगह देवी मंदिरों में मां की स्थापना की गयी जहां भारी संख्या में सवेरे से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा होने के समाचार मिले है।