नई दिल्ली: क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जिन दिनों क्रिकेट खेला करते थे तो उनका विकेट हासिल करना हर गेंदबाज का सपना होता था. विश्व क्रिकेट के दिग्गज गेंदबाज भी सचिन तेंदुलकर के विकेट को अपने खास विकेट का दर्जा देते थे। सर डॉन ब्रेडमैन के बाद सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का सबसे महान बल्लेबाज माना जाता है।
लेकिन क्या आप इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि विश्व क्रिकेट में एक गेंदबाज ऐसा भी है जिसने टेस्ट में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को केवल एक गेंद फेंकी और उस पर ही वह क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले इस बल्लेबाज को आउट करने में कामयाब हो गया। जी हां, इस गेंदबाज का नाम है स्टीव स्मिथ। स्मिथ इस समय ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान हैं। इस समय वे कभी-कभी ही गेंदबाजी करते नजर आते हैं और अपनी पहचान के नामी बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर चुके हैं।
कम लोगों को ही इस बात की जानकारी होगी कि स्मिथ ने इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरुआत एक अच्छे स्पिन गेंदबाज के रूप में ही की थी। वे हरफनमौला के रूप में खेला करते थे। बाद में उन्होंने खालिस बल्लेबाज के रूप में अपने को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम में स्थापित कर लिया। हम यहां जिस मैच की बात कर रहे हैं। वह वर्ष 2013 में मोहाली में खेला गया था। भारत-ऑस्ट्रेलिया की सीरीज का यह तीसरा मैच था।
इस मैच में स्टीव स्मिथ ने सचिन को अपनी पहली ही गेंद पर शॉर्ट लेग में एड कोवन के हाथों कैच कराया था। मैच में सचिन तेंदुलकर 37 रन बना चुके थे। स्मिथ को इसके बाद कभी भी टेस्ट में सचिन तेंदुलकर को बॉलिंग करने का मौका नहीं मिला और यह रिकॉर्ड उनके लिए यादगार बन गया।
वर्ष 2013 में 14 से 18 मार्च तक खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में 408 रन बनाए थे। जवाब में मुरली विजय के 153 और शिखर धवन के 187 रन की बदौलत भारतीय टीम ने 499 रन का स्कोर खड़ा किया था। पहली पारी के दौरान ही सचिन तेंदुलकर (37) को स्मिथ ने अपना शिकार बनाया था।
अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 125 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके लगाए थे। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पसारी 223 रन बनाकर खत्म हुई थी जवाब में भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट खोकर 136 रन बनाते हुए मैच जीत लिया था।
एक और खास बात यह है कि हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी और श्रीलंका दौरे में जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाले शिखर धवन ने इसी मैच से अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था। अपने पहले ही टेस्ट में धवन ने 174 गेंदों पर 187 रन की चमकीली पारी खेली थी जिसमें 33 चौके और दो छक्के शामिल थे।