भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल के 11 वें संस्करण में लेग स्पिनर के अपने नए अवतार से सबको चौंकाया है। आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी संभल रहे तमिलनाडु के 31 वर्षीय अश्विन पिछले वर्ष जुलाई से भारत की सीमित ओवरों की टीम से बाहर चल रहे हैं और भारत की वनडे तथा टी-20 टीमों में लेग स्पिनर युजवेंद, चहल और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को प्राथमिकता दी गयी है। अपनी ऑफ स्पिन गेंदों से टेस्ट में 311, वनडे में 150 और टी-20 में 52 विकेट लेने वाले अश्विन ने आईपीएल के इस सत्र में अपनी गेंदबाजी में लेग स्पिनं का तालमेल कर कई बल्लेबाजों को चौंकाया है और विकेट भी लिए है। अश्विन अपने ऑफ स्पिन एक्शन में हल्का सा बदलाव करते हुए लेग स्पिन डाल रहे हैं।
ऑफ स्पिनर ने आईपीएल से पहले चेन्नई में कई मैचों में लेग ब्रेक डालने का काफी अभ्यास किया था। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ मैच में लेग स्पिन गेंदों से तीन विकेट हासिल थे। उनका कहना हैं कि वह अपने ऑफ स्पिन एक्शन से ही लेग ब्रेक डाल रहे हैं जिससे उनकी गेंदबाजी में विविधता आ रही हैं।
अश्विन ने इससे पहले आईपीएल में ही नेट अभ्यास में लेग स्पिन डाली थी लेकिन वह असल में चर्चा में मैचों के दौरान ही आये हैं। उनके लेग स्पिन अंदाज को देखकर कमेंटेटर भी कह रहे हैं कि उनका अंदाज भारत के पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले जैसा है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच में अश्विन ने सामान्य ऑफ ब्रेक से कि्वंटन डी कॉक को आउट किया और फिर लेग ब्रेक से सरफराज खान को स्लिप में कैच करा दिया। वह आम तौर पर दाएं हाथ के बल्लेबाजों को ही लेग ब्रेक डाल रहे हैं। उनके टीम साथी आरोन फिंच का मानना है कि अश्विन लेग ब्रेक को टेस्ट मैचों में भी ले जा सकते हैं। अश्विन की लेग ब्रेक की यह कोशिश भारतीय चयनकर्ताओं और कप्तान विराट कोहली को कितना प्रभावित करती है यह समय ही बताएगा।
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