कार्डिफ : हसन अली (35 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में तेज गेंदबाजों के तूफानी प्रदर्शन के दम पर पाकिस्तान ने मेजबान इंग्लैंड को बुधवार को एकतरफा अंदाज में आठ विकेट से रौंदकर पहली बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया। पाकिस्तान ने खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे और ग्रुप चरण में अपराजय रहे इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 211 रन पर ढेर करने के बाद 37.1 ओवर में दो विकेट पर 215 रन बनाकर जबरदस्त जीत हासिल की।
पाकिस्तान का 18 जून को होने वाले फाइनल में गत चैंपियन भारत और बंगलादेश के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से मुकाबला होगा। चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एशिया की दो टीमें फाइनल में भिड़ेंगी।
टूर्नामेंट की शुरुअआत में भारत से अपना पहला मैच गंवाने के बाद पाकिस्तान ने शानदार वापसी की और दक्षिण अफ्रीका तथा श्रीलंका को पीटने के बाद सेमीफाइनल में इंग्लैंड की मजबूत टीम को धो डाला।
छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए अजहर अली (76) और फखर जमां (57) ने पहले विकेट के लिए 21.1 ओवर में 118 रन जोड़कर लक्ष्य को और भी आसान बना दिया। अजहर ने 100 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि फखर ने मात्र 58 गेंदों पर 57 रन में सात चौके और एक छक्का ठोक डाला।
पाकिस्तान का दूसरा विकेट 173 के स्कोर पर गिरा लेकिन तब तक लक्ष्य सामने दिखायी दे रहा था और पाकिस्तानी समर्थकों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया था। इंग्लैंड के समर्थक लगातार निराश और खामोश होते चले गये। इंग्लैंड का तीसरी बार फाइनल में पहुंचने और पहली बार खिताब जीतने का सपना चकनाचूर हो गया।
बाबर आजम ने 45 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 38 और मोहम्मद हफीज ने 21 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 31 रन बनाकर पाकिस्तान को 77 गेंद शेष रहते यादगार जीत दिला दी। हफीज ने टीम के लिए विजय चौका मारा।