कोलकाता : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ईडन गार्डन में दूसरे वनडे में भारतीय आलराउंडर हार्दिक पांड्या को लेकर एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला जब उनका कैच पकड़ा गया, उन्हें रन आउट भी किया गया और फिर बारिश आ गयी लेकिन पांड्या को नॉट आउट करार दिया गया। उस समय पांड्या का स्कोर 19 रन था लेकिन वह इसका फायदा वहीँ उठा सके और 20 रन बनाकर आउट हो गए।
दरअसल, भारतीय पारी के 48वें ओवर में बारिश शुरू हो चुकी थी। इस दौरान केन रिचर्डसन गेंदबाजी कर रहे थे उनकी चौथी गेंद को पांड्या ने हवा में खेल दिया और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने कैच कर लिया पांड्या खुद को आउट मान कर चल दिए लेकिन गेंद कमर से काफी ऊपर थी और अंपायर ने इस गेंद को कमर से ऊपर करार देते हुए नॉ बॉल दिया।
संयोग भी ऐसा बना कि इसी बीच जोरदार बारिश शुरू हो गई। पांड्या ने अंपायर के नॉ बॉल के इशारे को नहीं देखा और बारिश में भागते हुए ग्राउंड से बाहर जाने लगे। स्मिथ ने इस बात को भांपते हुए गेंद को कैच करने के बाद रिचर्डसन की तरफ फेंका और उन्होंने पांड्या को रन आउट कर दिया।
स्मिथ अब कैच की नहीं बल्कि रन आउट की अपील करने लगे लेकिन अंपायर अनिल चौधरी और रिचर्ड इलिंगवर्थ ने अपील को ठुकरा दिया। इसी बीच बारिश काफी तेज हो चुकी थी और अंपायरों ने मैच को रोकने का फैसला किया। पांड्या के पिछले मैच के प्रहारों से आतंकित स्मिथ और पूरी टीम अंपायरों से बातचीत करने लगी और लगातार अपील करती रही लेकिन अंपायरों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की रन आउट की अपील ठुकरा दी।
मैदान पर थोड़ी अफरातफरी सी मच गई। स्मिथ जहां अपने तर्क दे रहे थे, वहीं मैदान पर मौजूद दोनों अंपायर इसे आउट नहीं दे रहे थे। आखिरकार नियम पुस्तिका को देखा गया जिसमें पांड्या को नॉट आउट पाया गया। यह बात सामने आयी कि बारिश हो जाने और ऐसी स्थिति में पांड्या को नॉ बॉल का इशारा नहीं दिखने के चलते वह क्रीज तक नहीं पहुंचे थे, इसलिए उन्हें रन आउट नहीं माना गया।
नियम कहता है कि स्मिथ के नो बॉल पर कैच लेने के बाद पांड्या को रन आउट करने की अपील करना क्रिकेट के नियम (29.7) के हिसाब से बिल्कुल गलत है। अगर आप नो बॉल पर कैच कर लेते हैं तो गेंद डैड हो जाती है और इसके बाद रन आउट नहीं माना जा सकता। अगर कैच छूट जाता और इसके बाद टीम खिलाड़ी को रन आउट कर दे तो वह आउट होता।