नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की डांवाडोल स्थिति की तरह टीम इंडिया के कोच को लेकर हाईवोल्टेज ड्रामे में सस्पेंस बना हुआ है। कुछ घंटों में ही कोच को लेकर खबरों का बात्रार बदल गया। पहले खबर आयी कि रवि शास्त्री को टीम इंडिया का नया कोच बना दिया गया है लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी ने इसका खंडन कर दिया। टीम इंडिया के नये कोच को लेकर मंगलवार को मीडिया में खबरों का बात्रार गरम रहा। पहले शास्त्री के कोच बनने की खबर आयी लेकिन कुछ देर बाद ही बीसीसीआई के सचिव चौधरी ने इसका खंडन करते हुये कहा कि सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय समिति को अभी कोच का फैसला करना है। उन्होंने मीडिया में शास्त्री के कोच बनने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।
मंगलवार का दिन बीसीसीआई के लिये दो तरफ से सनसनीखेज रहा। एक ओर लोढा समिति की सिफारिशों को लेकर उसकी विशेष आम बैठक (एसजीएम) को स्थगित कर दिया गया और दूसरी ओर कोच के मामले पर बीसीसीआई को स्पष्टीकरण देना पड़ा। दरअसल बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने सोमवार रात को कहा था कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) को मंगलवार शाम तक कोच का फैसला कर लेना है। इसी बीच मीडिया में खबर आयी कि शास्त्री को कोच बना दिया गया है। इसके बाद तो यह खबर मीडिया में जंगल की आग की तरह फैल गयी और सभी जगह यह बात आ गयी कि शास्त्री कोच बन गये हैं और उनका कार्यकाल 2019 के एकदिवसीय विश्वकप तक के लिये होगा।
सौरभ गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने कल मुंबई में मैराथन अंदाज में पांच उम्मीदवारों के साक्षात्कार लेने के बाद कहा था कि कप्तान विराट के अमेरिका से लौटने के बाद उनसे विचार विमर्श कर कोच की घोषणा की जाएगी। सीएसी की इस घोषणा के बाद प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने सीएसी को निर्देश दिया कि वह विराट से बातचीत करें और मंगलवार शाम तक कोच की घोषणा कर दें। सीएसी ने पांच उम्मीदवारों शास्त्री, वीरेंद, सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत के साक्षात्कार किये थे। लेंडल सिमंस इस प्रक्रिया के लिये उपलब्ध नहीं हो सके थे। सीएसी के सदस्य गांगुली ने साक्षात्कार के बाद शाम को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि कोच के फैसले को फिलहाल टाला जा रहा है और कोच का निर्णय कप्तान विराट कोहली से चर्चा के बाद होगा जो इस समय अमेरिका में हैं। शास्त्री को विराट की पसंद माना जा रहा है जो इससे पहले टीम इंडिया के निदेशक रह चुके हैं। वह इस समय ब्रिटेन में हैं और उन्होंने कल वहीं से स्काइप के जरिये तीन सदस्यीय समिति को अपना साक्षात्कार दिया था।
शास्त्री के कप्तान विराट के साथ संबंध काफी मधुर माने जाते हैं और अनिल कुंबले के कोच पद छोडऩे के बाद इस बात की जोरदार चर्चा है कि शास्त्री को ही अगला कोच बनाया जाएगा। यह माना जाता है कि सचिन तेंदुलकर और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी शास्त्री को कोच बनाने के पक्ष में हैं। सलाहकार समिति ने जब सोमवार शाम को कोच के लिये अपना फैसला टाला तो उसके बाद अटकलें तेत्र हो गयीं कि वीरेंद्र सहवाग की दावेदारी मजबूत हो गयी है। समिति ने दो घंटे तक सहवाग का साक्षात्कार लिया था। कल रात लगभग साढ़े नौ बजे तक यही स्थिति थी कि विराट के लौटने के बाद ही कोच का फैसला किया जाएगा। शास्त्री अब भी कोच पद के लिये प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उनके टीम निदेशक रहते भारतीय टीम 2015 के एकदिवसीय विश्वकप और 2016 के ट्वेंटी 20 विश्वकप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी।
भारत ने वेस्टइंडीज दौरा बिना कोच के किया था और अब यह देखना है कि आगामी श्रीलंका दौरा कोच के साथ होता है या कोच के बिना। भारत का श्रीलंका दौरा 26 जुलाई से शुरू होगा। इस दौरे में तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक ट्वेंटी 20 खेला जाना है। 55 वर्षीय शास्त्री ने पहले कोच पद के लिये आवेदन नहीं दिया था लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने जब कोच पद के लिये आवेदन सीमा नौ जुलाई तक बढ़ा दी तो शास्त्री इस होड़ में कूद पड़े और प्रबल दावेदार बन गये। शास्त्री भारत के 2014 में इंग्लैंड दौरे से लेकर भारत की मेजबानी में 2016 में हुये ट्वेंटी 20 विश्वकप तक टीम निदेशक रहे थे। भारतीय टीम को विश्वकप के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।