नयी दिल्ली : पुरुष क्रिकेट के समान अब महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है और इसका ताजा उदाहरण हाल ही में सम्पन्न महिला क्रिकेट विश्वकप है जिसे लगभग 18 करोड़ लोगों ने देखा और उसका लुत्फ उठाया। इंग्लैंड की मेजबानी में सम्पन्न महिला विश्वकप में खिताब मेजबान इंग्लैंड ने जीता जबकि भारत उपविजेता बना। मिताली राज की अगुवाई में भारतीय टीम का टूर्नामेंट में प्रदर्शन लाजवाब रहा था हालांकि फाइनल में एक समय बेहद मजबूत स्थिति में रहने के बावजूद उसे नौ रन की नजदीकी हार झेलनी पड़ी थी।
भारत में पुरुष क्रिकेट तो लोकप्रिय है ही, इस बार यहां महिला विश्वकप को भी लगभग 15.6 करोड़ लोगों ने देखा। भारत में दर्शकों की बढ़ी संख्या का मुख्य कारण टीम का बेहतरीन प्रदर्शन करना था। आईसीसी की मीडिया रिलीज के अनुसार 2013 के पिछले संस्करण की तुलना में इस बार टूर्नामेंट को देखने की अवधि में 300 फीसदी का इजाफा हुआ है। आईसीसी ने बताया कि वैसे तो सभी क्रिकेट देशों में महिला क्रिकेट विश्वकप को देखने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है लेकिन दक्षिण अफ्रीका और भारत में इस संख्या में खासी बढ़ोत्तरी हुयी है खासकर इन दोनों देशों के ग्रामीण इलाकों में।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, महिला क्रिकेट विश्वकप में प्रशंसकों का अपार समर्थन वाकई उत्साहजनक है। हमें उम्मीद है कि आगामी दिनों में इस दिशा में और बढ़ोत्तरी होगी और इसकी लोकप्रियता पुरुष क्रिकेट के समान हो जायेगी। उल्लेखनीय है कि इस मेगा टूर्नामेंट को टीवी के अलावा सोशल मीडिया में बड़ी संख्या में देखा गया और समर्थन मिला है।