नई दिल्ली : टीम इंडिया से बाहर चल रहे विस्फोटक बल्लेबाज सुरेश रैना ने पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा है कि वह एक शतरंज के खिलाड़ी की तरह हैं और उनकी चाल को कोई नहीं समझ सकता है। धोनी और रैना ने काफी समय एकदूसरे के साथ ड्रैसिंग रूम साझा किए हैं।
धोनी और रैना 2007 ट्वंटी-20 विश्वकप, 2011 विश्वकप और 2013 के आईसीसी चैंपियंस ट्राफी में भारत की खिताबी जीत के समय टीम के सदस्य रह चुके हैं। रैना ने कहा कि वह खिलाड़ियों को सोचने का मौका देते हैं कि यह तुम्हारी टीम है। गेम को पढ़ने की उनकी क्षमता काफी अलग है। वह एक शतरंज के खिलाड़ी की तरह है जिसकी चाल को कोई नहीं समझ सकता है। लेकिन लोगों को ये बात पता नही है। वह गेंदबाज को बताते हैं कि मैं आगे बढ़ सकता हूं लेकिन मार नहीं रहा हूं। इसके बाद वह चौके जड़ देते हैं। रैना ने कहा कि वह हमेशा स्थिर रहते हैं। गेंद भी मिस हुआ, कोई रिएक्शन नहीं।
अरे भैया कुछ तो दिखाओ। लेकिन वह गुस्सा करते हैं, कैमरे में नहीं दिखता है। जब एड आता है टीवी पे, उसके बाद वह इशारों में ही बता देते हैं कि ‘सुधर जा तू’ और फिर शांत होकर निकल लेते हैं। रैना ने पाकिस्तान के खिलाफ एक मैच का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार उमर अकमल धोनी से मेरी शिकायत कर रहा था कि मैं उन्हें गाली बक रहा हूं। धोनी मेरे पास आए और पूछा- क्या हुआ? मैंने बोला- कुछ हुआ नहीं, गाली तो मैंने बकी ही नहीं। मैंने बस थ्रो मारा और बोला अच्छे से खेल, रन चेज कर। माही भाई बोले- दबाव बना उस पर।’ 30 वर्षीय रैना ने धोनी की कप्तानी के बारे में कहा,’ उन्हें पता है कि आगे क्या होगा? वह प्लान ए, प्लान बी और प्लान सी, पहले से बनाकर मैदान पर जाते हैं। बल्लेबाजी के समय, गेंदबाजी के समय और कीपिंग के समय। रात के समय में ही वह सब कुछ तैयार करते हैं और सुबह सोचते हैं कि यह सब कैसे होगा।