मुंबई : भारत ने भले ही लीग मैच में कीनिया को 3-0 से शिकस्त दी हो लेकिन मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने कहा कि इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता और उनके खिलाड़ी इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं लेंगे। कीनिया ने बीती रात अंतिम लीग मैच में चीनी ताइपै को 4-0 से हराकर चार देशों के टूनामेंट के फाइनल में पवेश किया। कांस्टेनटाइन ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से कहा, ‘‘देखिये, हमने राउंड रोबिन में जो खेल दिखाया, वो अब बीती बात हो गयी है। जब आप अगले मैच में खेलते हो तो आप किसी भी चीज को हल्के में नहीं ले सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कीनिया ने कल चीनी ताइपे के खिलाफ दिखा दिया कि वे क्या कर सकते हैं और हमें बहुत सतर्क होने की जरूरत है। हम उनका सम्मान करते हैं।
लेकिन हम इस मैच को जीतने की कोशिश करेंगे।’’ कोच ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के लिये भारत की शुरूआती एकादश में सात बदलाव किये थे, उन्होंने कहा कि मजबूत टीम मैदान में उतारेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस फाइनल मैच में अपनी मजबूत टीम उतारेंगे। हमारे पास दो सेंट्रल डिफेंडर हैं जो हमारे लिये शानदार रहे हैं जिसमें संदेश झींगन और अनस इडाथोडिका शामिल है जिससे मदद मिलेगी।’’ कांस्टेनटाइन ने कहा कि टूर्नामेंट में उनका लक्ष्य पूरा हो गया है और अब उनका अगला लक्ष्य ट्राफी हासिल करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘हां, निश्चित रूप से अंतिम लक्ष्य टूर्नामेंट में खिताब जीतना ही है, दूसरा लक्ष्य था कि फाइनल के लिये क्वालीफाई कर लें। तीसरा लक्ष्य था कि एक ग्रुप बनाये और इस प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को शामिल कर उन्हें खिलाने की कोशिश करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत में मेरा मंत्र यही रहा है और मैं जिस भी टीम में रहा हूं, वहां ऐसा ही रहा है। मैं युवाओं पर भरोसा रखता हूं। पिछले साढ़े तीन वर्षों में हमने 30 अंतरराष्ट्रीय पदार्पण कराये हैं।
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